राजधानी में गणेश झांकियां 19 की शाम से 20 तारीख तक… जयस्तंभ चौक से सदर-पुरानी बस्ती, महादेवघाट तक रास्ते बंद
राजधानी रायपुर में गणेश झांकियों का विसर्जन 19 सितंबर की शाम से शुरू होकर 20 सितंबर को दोपहर तक किया जाएगा। खारुन नदी से लगे कुंड में नगर निगम ने विसर्जन की व्यवस्था शुरू कर दी है। विसर्जन झांकियां 19 तारीख की रात को निकलेंगी, इसलिए पुलिस ने शाम से एमजी रोड, शारदा चौक, जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड, कोतवाली चौक, सदर होकर सद्दानी चौक, वहां से बूढ़ापारा होकर पुरानी बस्ती, लाखेनगर, सुंदरनगर और महादेवघाट तक जाने वाला मार्ग बंद करने की सूचना दी है। रात से सुबह तक रिंंग रोड पर भारी वाहनों का आवागमन भी अस्थायी तौर पर रोकने की तैयारी है। इधर, घर में विराजे भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार शाम से शुरू हो गया। सोमवार को भी शहर से आउटर तक के अलग-अलग कुंड में छोटी प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला जारी रहा।
रायपुर प्रशासन, पुलिस और नगर निगम ने मिलकर गणेश झांकियों की व्यवस्था को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इधर, समितियों ने भी झांकियों की तैयारी कर ली है। साउंड सिस्टम आदि के नियमों के संबंध में समितियों और प्रशासन के बीच बातचीत चल रही है। प्रशासन ने आवेदन पर झांकियों को अनुमति देना शुरू कर दिया है। इस बार भी झांकियों की नंबरिंग होगी, इसी आधार पर इन्हें एक-एक कर शारदा चौक से एंट्री दी जाएगी। शेष झांकियां एमजी रोड, स्टेशन रोड और राठौर चौक से आगे बढ़ती हुई शारदा चौक तक आएंगी। विसर्जन झांकियां राजधानी का बड़ा पर्व है और लाखों लोग झांकी मार्ग पर जुटते हैं, इसलिए सुरक्षा और इमरजेंसी के तगड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। विसर्जन रूट पर तकरीबन एक हजार जवान तैनात किए जाएंगे। हर चौराहे पर आपदा प्रबंधन अमला भी रहेगा, ताकि वे तुरंत एक्टिव किए जा सकें। विसर्जन स्थल पर क्रेनों के साथ-साथ बड़ी संख्या में गोताखोरों की व्यवस्था की जा रही है। अफसरों का कहना है कि इस इंतजाम के साथ विसर्जन में लगनेवाला समय इस बार कम होगा।