पीएससी की कार्यकारी अध्यक्ष होंगी पूर्व आईएएस रीता शांडिल्य… पारदर्शिता के लिए साय सरकार का कदम
छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (पीएससी) में सीएम विष्णुदेव साय सरकार ने पारदर्शिता की मंशा को लागू तथा स्थापित करने के लिए एक्शन शुरू कर दिए हैं। पिछली पीएससी परीक्षा के इंटरव्यू 15 अक्टूबर से शुरू होंगे, उससे दो दिन पहले ही पीएससी के कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई है। पूर्व आईएएस रीता शांडिल्य को पीएससी का सदस्य बनाते हुए प्रक्रिया के अनुरूप कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। लोकसेवा आयोग हाल में ही पिछली पीएससी परीक्षा के मेंस के नतीजे घोषित किए थे। इंटरव्यू शुरू करने से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति कर साय सरकार ने बड़ा संदेश भी दिया है कि इंटरव्यू से लेकर नियुक्ति तक प्रक्रिया के किसी भी स्तर पर पीएससी में विश्वसनीय सिस्टम बहाल किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ पीएससी में रीता शांडिल्य की नियुक्त से पहले तक पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं थे। इससे अलावा पिछली सरकार के कार्यकाल के तीन मेंबर भी कंटीन्यू कर रहे थे। पीएससी परीक्षाओं से लेकर नियुक्त तक में पारदर्शिता लाने में जुटी साय सरकार की नजर इस पर थी। यही वजह है कि पीएससी का इंटरव्यू शुरू होने से ठीक तीन दिन पहले पूर्व आईएएस शांडिल्य को सदस्य नियुक्त करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष का प्रभार सौंपा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से पूर्व आईएएस रीता शांडिल्य को पीएससी में सदस्य नियुक्त करते हुए उन्हें लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष के प्रशासकीय कर्तव्यों का पालन करने के लिए अधिकृत करने की अधिसूचना 13 अक्टूबर को ही राजपत्र में भी प्रकाशित कर दी गई है। इस आधार पर तत्काल ही उनकी नियुक्ति का आदेश भी जारी कर दिया गया है।