शहरों और पंचायतों के चुनाव बैलेट पेपर से… तैयार नहीं हो पाईं ईवीएम मशीनें… सीजी बोर्ड परीक्षा से पहले दोनों इलेक्शन

छत्तीसगढ़ में नगर निगम, नगरपालिका, नगर पंचायत से लेकर ग्रामीण पंचायत, जनपद और जिला पंचायत के चुनाव ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से होंगे। नगरीय प्रशासन मंत्री तथा डिप्टी सीएम अरुण साव ने बैलेट पेपर से चुनाव की पुष्टि कर दी है। मतपत्र कहां छपेंगे, बैलेट पेपर की पेटियां मजबूत हैं या नहीं और मतपत्र में लगाई जाने वाली सील प्रापर है या बनवानी पड़ेंगी, इन सब व्यवस्थाओं के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। डिप्टी सीएम साव ने यह संकेत भी दिए हैं कि नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतें, दोनों ही चुनाव एक साथ करवा लिए जाएंगे और यह सीजी बोर्ड के 10वीं-12वीं एग्जाम से पहले किया जाएगा। इसी बीच, 28 और 29 दिसंबर को होने वाला त्रिस्तरीय पंचायतों का आरक्षण भी टाल दिया गया है। अब यह 8 जनवरी यानी अगले साल होगा। इसलिए माना जा रहा है कि अगर सरकार बोर्ड परीक्षा से पहले दोनों चुनाव करवाना चाहती है, तब भी आचार संहिता किसी भी स्थिति में 10 जनवरी से पहले नहीं लग पाएगी।
डिप्टी सीएम अरुण साव ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि पिछली बार नगरीय चुनाव ईवीएम से ही हुए थे, लेकिन अभी ईवीएम की तैयारी में समय लग रहा है। इसलिए तय किया गया है कि शहर और पंचायत, दोनों ही चुनाव बैलेट पेपर से करवाए जाएं। प्रदेश के निर्वाचन अमले ने बैलेट पेपर से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इधर, सरकार भी नगरीय निकाय तथा त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव की तैयारी में लग गई है। आरक्षण की प्रक्रिया में बार-बार बदलाव इसलिए किए जा रहे हैं, क्योंकि आरक्षण के नियमों में परिवर्तन हुआ है। आधी से ज्यादा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब त्रिस्तरीय पंचायतों का आरक्षण तथा नगरीय निकायों में महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष तथा नगर पंचायत अध्यक्षों का आरक्षण ही बचा है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में 14 नगर निगम, 52 नगरपालिका तथा 123 नगर पंचायतों में चुनाव प्रक्रिया की जाएगी। इसी तरह, 27 जिला पंचायतें, 146 जनपद पंचायतें तथा 11664 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने हैं।