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ईडी ने कवासी लखमा को अब चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ बुलवाया… पढ़े-लिखे नहीं होने के तर्क का तोड़ निकालने एजेंसी ने कसा घेरा

प्रवर्तन निदेशालय ने शराब स्कैम में कांग्रेस विधायक तथा पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से एक हफ्ते में दो बार पूछताछ कर ली है। दूसरी बार गुरुवार को सुबह 11 बजे बुलाकर रात 8 बजे उन्हें छोड़ा गया। लेकिन अब नया डेवलपमेंट यह है कि ईडी ने अगली बार कवासी लखमा को अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) को साथ लेकर बुला लिया है। सूत्रों के मुताबिक हिसाब-किताब तथा दस्तावेजों को लेकर किए गए सवालों पर कवासी एक ही स्टैंड लिए हुए हैं कि मैं पढ़ा-लिखा नहीं हूं, कुछ नहीं जानता। इसलिए ईडी उन्हें सीए के साथ बुला रही है। इस तरह, कवासी पर ईडी अब घेरा तंग कर रही है और इससे पूर्व मंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

शराब स्कैम में कवासी से पूछताछ के दौरान ईडी अफसरों ने सख्त रवैया अपना लिया है। गुरुवार को पूछताछ के बाद रात में बाहर आए कवासी ने मीडिया से कहा कि उन्हें सरकार द्वारा परेशान किया जा रहा है। जो खबरें छनकर आ रही हैं, उसके मुताबिक पूछताछ करने वाले ईडी अफसरों ने अब कवासी के पढ़े-लिखे नहीं होने के तर्क को दरकिनार कर दिया है और प्रापर्टी तथा सोर्स आफ इनकम पर फोकस किया है। किसी भी प्रापर्टी में इनकम का क्या सोर्स है, अब ईडी यह पता लगा रही है। इसीलिए कवासी के साथ सीए को बुलवाया गया है, ताकि उसी से इनकम के सोर्स पूछे जा सकें। पता यह भी चला है कि ईडी इस मामले में इनकम टैक्स अफसरों से भी कवासी और परिवार के आईटी रिटर्न्स के संबंध में बातचीत कर रही है। आयकर विभाग भी केंद्रीय एजेंसी है और ईडी की ओर से दर्ज कई मामलों में दोनों एजेंसियों ने एक साथ भी एक्शन लिया है।

ईडी ने तीसरी दफा कवासी लखमा, बेटे तथा अन्य लोगों को पूछताछ के लिए कब बुलवाया है, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई लेकिन सूत्रों के मुताबिक आटो मोड में विधायक को सोमवार को बुलाया जा सकता है। अगर ऐसा होगा, तो उन्हें उसी दिन सीए को साथ लाने के लिए भी कहा जाएगा। बता दें कि ईडी ने शराब स्कैम की एफआईआर में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को नामजद आरोपी बना रखा है। उन पर मंत्रित्वकाल में आबकारी विभाग की ओर से हर माह एकमुश्त रकम मिलने के आरोप हैं, हालांकि कवासी इसका कड़ा खंडन करते हुए कह चुके हैं कि मैं एक रुपया भी नहीं जानता हूं।

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