अडानी के GMR प्लांट की जनसुनवाई, विकास समेत कांग्रेस नेताओं की भीड़ पहुंची विरोध में

अडानी समूह के जीएमआर पावर प्लांट की जनसुनवाई के दौरान पूर्व संसदीय सचिव विकास उपाध्याय समेत कांग्रेसियों ने हंगामा किया और प्लांट के एक्सपांशन पर विरोध जताया है। सुरक्षा को देखते हुए जनसुनवाई रायखेड़ा के बजाय वहां से 7 किमी दूर ताराशिव गांव में की गई। कांग्रेसियों का आरोप है कि प्लांट लगाते समय कंपनी की ओर से जो वादे किए गए थे, उनमें से कोई भी पूरा नहीं किया गया। विकास के साथ जनसुनवाई के विरोध में पहुंचे नेताओं में पूर्व सांसद छाया वर्मा और कांग्रेस के ग्रामीण अध्यक्ष ऊधोराम वर्मा भी थे। विकास उपाध्याय ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिन में अडानी समूह के रायपुर दफ्तर का घेराव किया जाएगा।
जीएमआर प्लांट के एक्सपांशन की ताराशिव में हुई जनसुनवाई में ग्रामीणों के साथ कांग्रेस नेता भी पहुंच गए थे। विकास उपाध्याय ने जनसुनवाई का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि कंपनी ने ली गई जमीन के बदले में प्रभावित किसानों को नौकरी एवं ठेकेदारी में प्राथमिकता नहीं दी है। यह आरोप भी लगाया कि कंपनी भूजल से अपनी जरूरतों पूरी कर रही है, जिसका परिणाम यह हुआ है कि आसपास कई किमी के दायरे में भूजल 600 फीट तक नीचे चला गया है। प्लांट से निकले धुएं और राखड़ से खेतों के साथ-साथ पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ा है। कंपनी सीएसआर के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है। विकास समेत कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि जब भी ग्रामीण किसी मुद्दे पर विरोध करने की कोशिश करते हैं, प्रशासन उन पर दबाव बना देता है। यह आरोप भी लगाया गया कि जनसुनवाई में विरोध का अंदेशा था, इसलिए अचानक रायखेड़ा की जगह 7 किमी दूर ताराशिव में सुनवाई की गई। जनसुनवाई में मौजूद पूर्व राज्यसभा सांसद और ग्रामीण जिला अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस नेताओं में सौरभ विश्वनाथ मिश्रा, बलदाऊ साहू, देवादास टण्डन, दुर्गेश वर्मा, घनश्याम वर्मा, द्वारिका साहू, संजय अवस्थी, अमन गिल, प्रकाशदास मानिकपुरी, हर्षित जायसवाल, कुन्दन सिन्हा, दिलीप गुप्ता, गोलू कुशवाहा आदि मौजूद थे।