सीएम साय मिले राज्यपाल से, मंत्रिमंडल का जल्दी ही विस्तार करने की अटकलें तेज

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को राजभवन जाकर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की है, और इसके बाद से ही मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद साय मंत्रिमंडल में खाली सीटों की संख्या अब दो हो गई है। बृजमोहन के विभाग सीएम साय के पास हैं और इस समय उनके पास और भी महत्वपूर्ण विभाग हैं। इसलिए इन चर्चाओं को बल मिला है कि मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा और कुछ मंत्रियों के विभाग भी इधर-उधर हो सकते हैं। यह भी कहा गया है कि सीएम साय ने राज्यपाल से संभावित शपथ ग्रहण पर भी बात की है, क्योंकि यह आयोजन राजभवन में होना है। हालांकि सीएम साय ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर राज्यपाल से हुई मुलाकात को सौजन्य भेंट करार दिया है। सीएम ने लिखा कि उन्होंने राज्यपाल को प्रदेश की वर्तमान स्थिति, किसानों को खरीफ फसलों के लिए खाद-बीज की उपलब्धता तथा प्रदेश के विकास के लिए शुरू की गई योजनाओं से अवगत कराया है।
राज्यपाल ने सीएम साय की अनुशंसा पर एक दिन पहले ही मंत्रीपद से बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार किया है। मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या का जो गणित है, उसे इस तरह समझ सकते हैं कि छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधायक हैं। इस संख्या का 15 प्रतिशत मंत्रिमंडल में लिया जा सकता है। इस तरह, सीएम को मिलाकर छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल में 13 मंत्री रह सकते हैं। अभी सीएम साय के मंत्रिमंडल में 10 मंत्री हैं। इस तरह नियमानुसार दो मंत्री और बनाए जा सकते हैं। लेकिन यह सीएम के विवेकाधिकार पर है कि मंत्रियों की पूरी सीटें भरी जाएं या सीटें खाली रखकर ही सरकार चलाई जाए। बता दें कि मोदी 2.0 यानी पिछली केंद्र सरकार में मंत्रियों के कई पद खाली थे।
कौन बन सकते हैं मंत्री…यह रहस्य के घेरे में
अगर मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाता है तो किन्हें शपथ दिलाई जा सकती है, यह पूरी तरह रहस्य के घेरे में है। चर्चाएं बहुत हैं, कई नाम भी तैर रहे हैं लेकिन भाजपा की रणनीति ऐसी है कि अंतिम समय तक सिर्फ नामों को लेकर अटकलें ही लगाई जा सकती हैं। बेहद भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक इतना जरूर है कि संभवतः सीएम साय की उच्चस्तर पर इस बारे में चर्चा हो चुकी है। कल शाम से सीएम साय रायपुर में हैं, आज भी दिनभर रायपुर में ही रहेंगे और वह भी ज्यादातर समय सीएम हाउस के लिए आरक्षित है। जानकार इसे संभावित मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि आज रात या कल सुबह तक कोई फैसला हो सकता है।