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सीनियर कार्डियोलाजिस्ट डा. फरिश्ता को वीआईपी रोड पर लोडर ने टक्कर मारी… सुबह 6 बजे साइकिलिंग पर निकले थे… गर्दन पर चोट पर फ्रैक्चर नहीं, बाल-बाल बचे

डा. केदार के बाद दूसरे सीनियर डाक्टर, जो वीआईपी रोड पर हादसे का शिकार

राजधानी और पूरे छत्तीसगढ़ में मशहूर सीनियर कार्डियोलाजिस्ट डा. ए फरिश्ता को वीआईपी रोज पर फुंडहर चौक के पास सुबह 6 छोटी लोडर गाड़ी ने जोरदार टक्कर मारी है। डा. फरिश्ता वर्षों से रोज सुबह उसी रूट पर 10 किमी साइकिलिंग करते हैं। वे साइकिल पर थे, लोडर की टक्कर से उछलकर गिरे। वहां कुछ और लोग थे, जिनमें से एक उनका पुराना पेशेंट भी था। हादसे के बाद डा, फरिश्ता बदहवास हो गए, इस बीच वहां दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने डा. फरिश्ता के घर में हादसे की सूचना दी, तो पत्नी तथा बेटा समेत काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। लगभग अचेत डा. फरिश्ता को उन्हीं के अस्पताल ले जाया गया। गर्दन में जोरदार चोट तथा शरीर के कुछ अंगों में सुन्न जैसी स्थिति की वजह से उनका एक्सरे हुआ, लेकिन फ्रैक्चर नहीं निकला। डा. फरिश्ता की पत्नी तथा सीनियर गायनेकोलाजिस्ट डा. एम फरिश्ता ने बताया कि उनकी हालत खतरे से बाहर है, लेकिन उठने-बैठने में खासी दिक्कत है। बता दें कि वीआईपी रोड पर इसी तरह देर रात हुए हादसे में डा. केदार अग्रवाल को गंभीर चोटों के बाद रायपुर से मुंबई तक कई सर्जरी से गुजरना पड़ा था, तब उनकी हालत सुधरी थी। उसी तरह की चोटें डा. फरिश्ता को भी हैं, लेकिन ब्रेन वगैरह में क्लाट्स नहीं होने से उनकी हालत स्थिर और खतरे से बाहर है। उन्हें आब्जर्वेशन में उन्हीं के अस्पताल में रखा गया है।

सिविल लाइंस निवासी डा. फरिश्ता जाना-माना नाम है। रायपुर ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में उनके पेशेंट हैं। वे राजधानी के पहले कार्डियोलाजिस्ट हैं। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी और पालिटिक्स में भी उनकी काफी धाक रही है, हालांकि पिछले एक दशक से उन्होंने खुद को दूर कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक डा. फरिश्ता लगभग 2 दशक से अंधेरे में साइकिलिंग के लिए निकलते हैं और 20 किमी साइकिल चलाकर वीआईपी रोड से जीई रोड होते हुए लौटते हैं। शुक्रवार को सुबह वे फुंडहर चौक से वीआईपी रोड की सर्विस लाइन पर मुड़कर कुछ मीटर आगे बढ़े थे कि पीछे से लोडर ने टक्कर मारी। वे उछलकर किनारे गिरे, इसलिए दबे नहीं लेकिन साइकिल चकनाचूर हो गई। हादसे के बाद लोडर चालक रुक गया। इसी बीच काफी लोग इकट्ठा हो गए, कुछ देर में परिजन तथा  पुलिस भी पहुंच गई। डा. फरिश्ता को परिजन तुरंत अस्पताल ले गए। पुलिस ने कार्रवाई के लिए आज सुबह संपर्क किया, तो डा. फरिश्ता की हालत स्थिर होने के कारण संभवतः उन्हीं के कहने पर एफआईआर नहीं करवाई गई है। पुलिस ने इस हादसे की पुष्टि की और बताया कि हादसे में डाक्टर बाल-बाल बचे हैं।

 

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