कमल विहार में बड़ा धोखा…घर-प्लाट के लिए 33 लोगों से 91 लाख ठगे, दो गिरफ्तार
लालपुर में खोला दफ्तर, रकम कैश-आनलाइन ली, न प्रापर्टी दिलाई न पैसे लौटाए

राजधानी के कौशल्या विहार (कमल विहार) में मकान और प्लाट दिलाने के नाम पर युवती-युवक ने मिलकर रीयल एस्टेट कारोबारी के तौर पर दफ्तर खोला। 2022 से अब तक करीब ढाई साल में दोनों ने 33 लोगों से स्वतंत्र मकान या प्लाट दिलाने के नाम पर 2 से 5 लाख रुपए तक वसूल किए। अधिकांश रकम आनलाइन ली गई और बैंक आफ बड़ौदा के दो खातों में जमा करवाई गई। काफी समय बीतने के बाद भी दोनों ने किसी को भी मकान या प्लाट नहीं दिलवाया और न ही पैसे लौटाए। इसके बाद 33 लोगों ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
बैंक आफ बड़ौदा के दो खातों में डिपाजिट
पुलिस ने जांच की तो शिकायत सही पाई गई और यह भी सिद्ध हुआ कि अधिकांश लोगों के पैसे बैंक आफ बड़ौदा के दो खातों में जमा किए गए थे। यह रकम लगभग 91 लाख रुपए निकली। इसके बाद पुलिस ने छपोरा-लालपुर की चेतना यादव (25) और ओड़िशा निवासी निहाल यादव (22) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि अधिकांश प्रार्थी काफी दिन तक आरोपियों के दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद सीधे थाने पहुंचे थे। उन्होंने शिकायत की थी कि 2022 से जुलाई 2024 के बीच उन्होंने अभय रियल स्टेट एंड कंस्ट्रक्शन के दफ्तर में कमल विहार सेक्टर-1 में मकान या प्लाट लेने के लिए पैसे जमा करवाए। शिकायत 33 लोगों ने की, इसलिए पुलिस भी सक्रिय हुई और जांच शुरू की गई। पता चला कि बैंक अफसर बडौ़दा के खातों 46738100000613 और 46738100000605 में इन ढाई वर्षों में अलग-अलग लोगों से 90 लाख 97 हजार रुपए जमा करवाए गए। आनलाइन रकम अदा करने वाले ज्यादातर शिकायतकर्ताओं के ट्रांजेक्शन की पुष्टि भी हो गई। चूंकि मकान या प्लाट किसी को नहीं मिला, इसलिए टिकरापारा रायपुर में नए कानून के तहत धोखाधड़ी का केस दर्अज किया। टिकरापारा पुलिस ने दोनो आरोपियों को काफी दिन तलाश और छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब खातों की जांच कर रही है कि इसमें कितने पैसे हैं और अगर पीड़ितों को रकम लौटानी हो, तो इसका क्या सिस्टम हो सकता है।