पहली बार…अमरकंटक से भोरमदेव आए कांवड़ियों पर हेलिकाप्टर से बरसाए फूल

छत्तीसगढ़ में सावन के तीसरे सोमवार को सुबह साढ़े 7 बजे अमरकंटक के नर्मदा जल लेकर कवर्धा के ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंचे हजारों कांवड़ियों पर हेलिकाप्टर से फूल बरसाए गए हैं। हेलिकाप्टर में छत्तीसगढ़ में सीएम विष्णुदेव साय मौजूद थे और उन्हीं के निर्देश पर कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा करने के लिए कई क्विंटल फूल ले जाए गए थे। जैसे ही हेलिकाप्टर से फूल बरसने शुरू हुए, कांवड़ियों के बोल-बम और हर हर महादेव के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर और लगा हुआ गांव भी गुंजायमान हो गया। कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा छत्तीसगढ़ में पहली बार की गई है। हेलिकाप्टर में सीएम साय के साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी थे।
कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा के बाद सीएम साय भोरमदेव मंदिर परिसर के बाहर हेलिपैड पर उतरे। वे भोरमदेव मंदिर पहुंचे और बाबा भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक किया। वहां से सीएम साय ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से मुलाकात की और भंडारा स्थल पर पहुंचकर अपने हाथों से श्रद्धालुओं को खीर, पुड़ी, चावल और प्रसाद वितरित किया। इस दौरान पंडरिया विधायक भावना बोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष सुशीला रामकुमार भट्ट, जनपद अध्यक्ष इंद्राणी चंद्रवंशी, पूर्व विधायक अशोक साहू, और नगर पंचायत अध्यक्ष मनहरण कौशिक भी थे और उन्होंने भी शिवजी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया।
भोरमदेव में कांवड़ यात्रा की ऐतिहासिक परंपरा
बाबा भोरमदेव मंदिर 11वीं शताब्दी का एक प्राचीन, ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का स्थल है, जहां हर साल सावन मास में मध्यप्रदेश के अमरकंटक से मां नर्मदा का पवित्र जल लेकर कांवड़िए कठिन मार्गों से गुजरते हुए बाबा भोरमदेव, जलेश्वर महादेव और पंचमुखी बूढ़ा महादेव में जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान वे “बोल बम” के जयघोष के साथ भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हैं। सीएम साय के नेतृत्व में इस वर्ष की कावड़ यात्रा स्मरणीय रही, जिसमें सरकार की ओर से कावड़ियों के स्वागत और सेवा का अभूतपूर्व आयोजन किया।