बजरंग पावर ने सीएसआर में पूर्व IAS की पत्नी के एनजीओ को दिए थे 45 लाख रु… CBI को सोनवानी-गोयल रिमांड पर
छत्तीसगढ़ के पीएससी स्कैम में सीबीआई ने पूर्व चेयरमैन तथा रिटायर्ड आईएएस टामन सिंह सोनवानी तथा बड़े उद्योग समूह बजरंग पावर के डायरेक्टर एसके गोयल को और पूछताछ के लिए सीबीआई ने रिमांड पर ले लिया है। सीबीआई ने सोनवानी-गोयल को विशेष अदालत में पेश किया और 12 दिन की रिमांड मांगी है। बचाव पक्ष के वकीलों ने इसका कड़ा विरोध किया। विशेष अदालत ने दोनों को 10 दिन की रिमांड पर पूछताछ के लिए सीबीआई को सौंपने के आदेश दिए हैं। आरोपियों के साथ सीबीआई की ओर से विशेष कोर्ट में पेश की गई डायरी में कहा गया है कि बजरंग पावर ने सीएसआर मद में ग्रामीण विकास समिति नाम के एनजीओ को 45 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। सोनवानी की पत्नी इसी एनजीओ की अध्यक्ष हैं। पैसे ट्रांसफर होन के बाद एसके गोयल के बेटे और बहू का पीएससी में चयन हुआ। इधर, उद्योगपति गोयल के बेटे और बहू ने पहले ही याचिका लगा दी है कि उनका चयन पीएससी में परफार्मेंस के आधार पर हुआ है और अदालत के आदेश पर उनकी पीएससी की आंसरशीट चेक की जा सकती हैं।
पीएससी भर्ती मामले में पूर्व चेयरमैन सोनवानी तथा उद्योगपति गोयल को गिरफ्तार करने के साथ ही सीबीआई ने इस मामले की जांच आगे बढ़ा दी है। सीबीआई की जांच में यह बात आई है कि बजरंग पावर ने सीएसआर मद में सोनवानी की पत्नी के एनजीओ को 45 लाख रुपए ट्रांसफर करने से पहले और बाद में कभी कोई अमाउंट ट्रांसफर नहीं किया। रकम ट्रांसफर करने के कुछ दिन बाद गोयल के बेटे-बहू को पीएससी में सलेक्ट कर लिया गया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार गोयल की बहू एक राजनीतिज्ञ की बेटी हैं। सारे कनेक्शन स्टैबलिश करने के लिए सीबीआई कई एंगल से इन्वेस्टिगेशन कर रही है, जिनमें काल रिकार्ड, काल डम्प, वाट्सएप चैट के रिकार्ड वगैरह शामिल हैं। पूर्व चेयरमैन सोनवानी और उद्योगपति गोयल के मोबाइल फोन वगैरह भी सीबीआई ने फिलहाल जब्त कर रखे हैं।