बेमेतरा ब्लास्ट में 5 दिन बाद फैक्ट्री अफसर व अन्य पर FIR, अधिकांश धाराएं जमानती
हालांकि कंपनी ने अफसर अवधेश जैन को बताया डायरेक्टर

बेमेतरा के बोरसी में बारूदी सुरंग धमाके में 1 मजदूर की मौत और 8 की गुमशुदगी के आधार पर पुलिस ने हादसे के पांच दिन बाद, गुरुवार को आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। मिली जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री के अफसर अवधेश जैन तथा अन्य कर्मचारियों को इस हादसे में आरोपी बनाया गया है। हालांकि कंपनी की ओर से अवधेश जैन को डायरेक्टर बताया गया है। बेमेतरा जिले के बेरला थाने में हुई एफआईआर में आरोपियों पर दफा 286, 304-ए, 337 तथा विस्फोटक अधिनियम की धारा 9-बी और 9-सी के तहत जुर्म दर्ज हुआ है। जिन धाराओं में अपराध दर्ज हुआ है, विशेषज्ञ वकीलों के मुताबिक उनमें सब मिलाकर अधिकतम सजा 2 साल ही है। विस्फोटक अधिनियम में कुछ परिस्थितियों को छोड़कर सभी धाराएं जमानती बताई गई हैं, क्योंकि सजा कम है।
बेमेतरा के बोरसी में 25 मई को सुबह करीब 8 बजे बारूद फैक्ट्री स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड की टीएन सेक्शन यूनिट इतने जबर्दस्त धमाके से साथ उड़ी थी कि आवाज 15 किमी दूर तक सुनाई दी थी। इस हादसे के बाद सात लोग घायल मिले थे, जिनमें से एक की अस्पताल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी। ग्रामीणों का दावा था कि जिस यूनिट में धमाका हुआ, वहां करीब दर्जनभर मजदूर थे। हालांकि अब तक की जांच में यह बात आ रही है कि टीएन यूनिट में धमाके के समय 8 मजदूर थे। फैक्ट्री प्रबंधन ने भी 8 मजदूरों के लापता होने की बात कही है। दरअसल इस सेक्शन के मलबे में एक भी शव नहीं मिला, लेकिन शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े मिले हैं। इन्हें पुलिस ने इकट्ठा करवाकर डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। अर्थात, धमाके के दौरान भीतर जो भी रहा होगा, उसके चीथड़े उड़ गए। मृत्यु के कारण और लापता लोगों समेत 4 मामलों में इस ब्लास्ट की मजिस्टीरियल इन्क्वायरी भी बेमेतरा एसडीएम ने शुरू कर दी है, जिसकी रिपोर्ट 45 दिनों में आएगी।
कंपनी से 30-30, सरकार से 5-5 लाख मुआवजा
स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड की ओर से 1 मृतक तथा 8 लापता लोगों के लिए 30-30 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है। सरकार की ओर से इतने ही लोगों के लिए 5-5 लाख रुपए का मुआवजा अलग दिया जाना है। हालांकि ग्रामीणों का अब भी दावा है कि लापता लोगों की संख्या 8 से अधिक है।