मोदी का इस्तीफा और तीसरी बार पीएम बनना तयः इंडिया एलायंस नहीं बनाएगा सरकार, तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे
चंद्रबाबू और नीतिश समेत सभी प्रमुख घटक दल मांगने लगे हैं महत्वपूर्ण मंत्रालय
नई दिल्ली में बुधवार को दिनभर की गहमागहमी के बाद अब दो बातें बिलकुल साफ हो गई हैं। पहली यह कि नरेंद्र मोदी एनडीए के बैनर के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। एनडीए के बड़े घटक चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) और नीतिश कुमार (जदयू) समेत सभी ने बुधवार शाम नई दिल्ली में हुई बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुन लिया है। इससे पहले, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा दे दिया था, और कुछ घंटे के भीतर मोदी सरकार 3.0 की तैयारी शुरू कर दी गई। उधर, इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों की देर शाम बैठक हुई और रात करीब सवा 9 बजे सभी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐलान कर दिया कि इंडिया गठबंधन सरकार बनाने के बजाय संविधान को बचाने के लिए तथा तानाशाही के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने मोदी कैबिनेट को राष्ट्रपति भवन में डिनर दिया है और रात करीब 9 बजे मोदी सरकार के अधिकांश मंत्री वहां पहुंच चुके हैं। कुछ देर में नरेंद्र मोदी भी डिनर में पहुंचने वाले हैं। जानकारों का दावा है कि डिनर के दौरान एनडीए की ओर से सरकार बनाने का दावा नहीं किया जाएगा। इसका तकनीकी कारण ये है कि अब तक चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के परिणाम की अंतिम सूचना जारी नहीं की है। दूसरा, गठबंधन की दशा में सरकार बनाने का दावा पेश करने की प्रक्रिया यह होगी कि पहले पूरा गठबंधन समर्थन की चिट्ठी देगा। इसके बाद एकराय से एनडीए का नेता चुना जाएगा, उसी के बाद सरकार बनाने के दावे की चिट्ठी राष्ट्रपति को सौंपी जाएगी। एक बात और, अब तक यह साफ नहीं है कि मोदी तीसरी बार पीएम की शपथ कब लेंगे। हालांकि अब तक 8 जून की तारीख सामने आई है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
मोदी जनादेश को नकारेंगे और हम लड़ेंगेः इंडिया
इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के नेता बुधवार को नई दिल्ली में इकट्ठा हुए और बैठक की। इसके बाद सबकी ओर से मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया को एक बयान जारी किया है, जिसमें साफ संकेत दे दिए हैं कि इंडिया एलायंस अभी सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेगा। खरगे ने कहा कि जनादेश मोदी के खिलाफ है, लेकिन हम सब जानते हैं कि वे इसे नकारने की पूरी कोशिश करेंगे। खरगे ने कहा कि जनता ने संविधान की रक्षा और तानाशाही के खिलाफ हमें जनादेश दिया है और इंडिया एलायंस यह लड़ाई जारी रखेगा। मल्लिकार्जुन के साथ सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, संजय राउत के अलावा टीएमसी, डीएमके, राजद तथा शरद पवार और सुप्रिया सुले समेत सभी घटक दलों के नेता मौजूद थे।
चंद्रबाबू 5, नीतिश 3, चिराग व शिंदे ने 2-2 मंत्रालय मांगे
पीएम मोदी के साथ एनडीए के घटक दलों की बैठक का ब्योरा नहीं मिला, लेकिन जो बातें आ रही हैं, उनके मुताबिक घटक दलों ने संभावित मोदी कैबिनेट में बड़ी संख्या में मंत्रालय मांग लिए हैं। चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा स्पीकर के अलावा सड़क, स्वास्थ्य, वित्त, सिंचाई और उद्योग जैसे मंत्रालय मांग लिए हैं। इसके अलावा वे आंध्रप्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा भी मांगने वाले हैं। नीतिश कुमार की ओर से 3 प्रमुख कैबिनेट मंत्रालय मांगे गए हैं। चिराग पासवान और एकनाथ शिंदे ही नहीं बल्कि जीतनराम मांझी ने भी मंत्रालय मांगा है, ऐसी बातें सामने आ रही हैं।