आरंग माब लिंचिंग में पांच युवक गिरफ्तार, केस का चालान भी पेश, अब चलेगा ट्रायल

आरंग के पास महानदी पुल पर गौ-तस्करी के शक में हुई माब लिंचिंग में तीन लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला 7 जून का है। इसके 15 दिन बाद पुलिस ने बैजनाथपारा रायपुर से हर्ष मिश्रा और पिथौरा के राजा अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। पिछले एक हफ्ते के भीतर महासमुंद से मयंक शर्मा और नवीन ठाकुर की गिरफ्तारी की गई। तीन दिन पहले पांचवे आरोपी तनय लूनिया को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इस मामले में बनाई गई एसआईटी प्रमुख एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ अदालत में चालान पेश कर दिया गया है। चालान पेश होने के बाद अब अदालत में मुकदमा शुरुू हो जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक तनय लूनिया युवकों के उस ग्रुप को लीड कर रहा था, जो गौवंश से भरे ट्रक का पीछा करते हुए महानदी पुल तक गए थे। पीछा रात में किया गया था। इसके कुछ घंटे बाद पुल के नीचे सहारनपुर (यूपी) के दो युवकों चांद मियां और गुड्डू खान के शव मिले थे, जबकि तीसरा युवक सद्दाम गंभीर रूप से घायल पाया गया था। उसकी भी एक हफ्ते बाद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस की जांच में यह बातें आई थीं कि गौवंश से भरे ट्रक का पीछा किया गया था और पुल पर मारपीट भी हुई थी। पुलिस को अब तक जो साक्ष्य मिले हैं, उनके मुताबिक मारपीट और धमकी से डर कर संभवतः तीनों ने पुल से यह सोचकर छलांग लगाई होगी कि करीब 50 फीट नीचे बह रही नदी में पानी होगा, लेकिन तीनों पथरीली सतह पर गिरे। इसके बाद से माब लिंचिंग की चर्चाएं शुरू हो गई थींं। इस मामले में दो पक्षों की ओर से अलग-अलग आंदोलन भी हुए थे।
पूरक चालान का विकल्प अभी बाकी है
माब लिंचिंग की आशंका को देखते हुए ही एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने इस मामले में एसआईटी का गठन कर दिया था। मौतों के मामले में दफा 308 का केस रजिस्टर किया गया था। एसआईटी ने लगभग 15 दिन तक सारे सबूतों की पड़ताल के बाद गिरफ्तारियां शुरू की थीं और सबसे पहले रायपुर से हर्ष मिश्रा की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद एक-एक कर कारोबारी राजा अग्रवाल, ट्रांसपोर्टर मयंक शर्मा तथा उसका ड्राइवर नवीन ठाकुर तथा अब तनय लूनिया की गिरफ्तारी हुई है। ऐसी सूचनाएं हैं कि समूह में युवकों की संख्या ज्यादा थी। इस बारे में अफसरों का कहना है कि तफ्तीश जारी रहेगी और बाद में अन्य आरोपियों का पता चलेगा, तो उनकी भी गिरफ्तारी कर पूरक चालान पेश कर सकते हैं।