सिल्हाटी में दूसरा ट्रांसफार्मर..अब लोहारा व आसपास के 65 गांवों में लो-वोल्टेज नहीं
यहीं से मड़मड़ा, कुसुमघटा और सारंगपुर तक लाइनें, वहां भी मिलेगी राहत
बिजली कंपनी ने कवर्धा जिले के लोहारा-सिल्हाटी इलाके में लो-वोल्टेज की दिक्कत दूर करने के लिए सिल्हाटी में 40 एमवीए का शक्तिशाली दूसरा ट्रांसफार्मर चालू कर दिया है। सिल्हाटी में अभी 40 एमवीए का एक ही ट्रांसफार्मर था, अर्थात अब वहां से बिजली सप्लाई की क्षमता दोगुनी कर दी गई। इससे नगर पंचायत लोहारा और आसपास के 65 से ज्यादा गांवों में 20 हजार घरों तक क्वालिटी बिजली सप्लाई होगी। इस इलाके में लो-वोल्टेज की समस्या है। बिजली कंपनी के इंजीनियरों ने बताया कि सिल्हाटी में दो ट्रांसफार्मर से यह दिक्कत काफी हद तक दूर ही जाएगी। खास बात यह है कि सिल्हाटी से 33 किलोवाट की तीन लाइनें केव्ही की तीन नई लाइनें मड़मड़ा, कुसुमघटा और सारंगपुर की ओर निकाली गई है। इससे कुसुमघटा, पांडातराई, मड़मड़ा, बैजलपुर, गांगपुर, सारंगपुर लाइन में भी बिजली सप्लाई की क्वालिटी बेहतर हो जाएगी।
सीएम विष्णुदेव साय ने हाल में नीति आयोग की बैठक में मांग रखी थी कि छत्तीसगढ़ में छोटे-छोटे पैचेस में बिजली सब स्टेशनों की ताकत बढ़ाने के लिए काफी काम करने की जरूरत है, ताकि बिजली सप्लाई बेहतर की जा सके। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से फंड भी मांगा है और उम्मीद है कि फंड जारी हो जाएगा। इस आधार पर बिजली कंपनी के चेयरमैन पी दयानंद ने नए ताकतवर ट्रांसफार्मर लगाकर सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को पारेषण कंपनी के एमडी आरके शुक्ला ने सिल्हाटी के दूसरे बड़े ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत कर दिया है। दावा किया गया है कि इससे 65 गांवों के 20 हजार से अधिक घरेलू व कृषि पंप उपभोक्ताओं को बेहतर वोल्टेज मिलेगा।
डोमसरा-खरहट्टा में भी इससे होगा लाभ
अफसरों ने बताया कि सिल्हाटी सब स्टेशन की क्षमता बढ़ने से लोहारा-पंडरिया उपभोक्ताओं को फायदा होगा। यही नहीं, सिल्हाटी सब स्टेशन के ट्रांसफार्मर से डोमसरा-खरहट्टा फीडर के भार सिल्हाटी में स्थानांतरित हो जाएंगे। इससे इस सेंटर में 14 मेगावॉट भार कम होगा। इससे भी 35 गांवों के लगभग 6 हजार किसानों को लो-वोल्टेज समस्या से निजात मिलेगी। कवर्धा के सब स्टेशन का लोड भी इससे कम होगा। सिल्हाटी के नए ट्रांसफार्मर को उर्जीकृत करने के अवर पर बिजली कंपनी के ईडी केएस मनोठिया, एमएस चौहान तथा चीफ इंजीनियर डीके तुली, जी. आनंद राव व अविनाश सोनेकर सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।