नान घोटाले की वापसी…? सीबीआई का पूर्व आईएएस के घर पर छापा… टीम दिल्ली से आई, सुबह 7 बजे की गई रेड

छत्तीसगढ़ के पूर्व आईएएस तथा शराब स्कैम के घेरे में आए पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा के सिविल लाइंस रायपुर स्थित निवास पर दिल्ली से आई सीबीआई टीम ने शुक्रवार को सुबह छापा मारा है। सीबीआई के रायपुर मुख्यालय की टीमें महादेव एप और पीएससी स्कैम की जांच कर रही हैं और छापे यहीं की टीमें मार रही हैं। दस साल पुराने नान घोटाले की एफआईआर पहले ईओडब्लू और 2019 में ईडी ने दर्ज की थी। यह स्पष्ट है कि पूर्व आईएएस के यहां छापा ईडी नहीं बल्कि सीबीआई का है और छापामार दस्ता दिल्ली से आया है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि यह छापेमारी शराब स्कैम या फिर नान घोटाले के सिलसिले में ही हुई है। शराब स्कैम में सुप्रीम कोर्ट ने हाल में मनीलांड्रिंग मामले में पूर्व आईएएस टुटेजा की जमानत मंजूर की है। जहां तक नान घोटाले का सवाल है, यह आशंका जताई जा रही है कि ईडी में दर्ज ईसीआर के आधार पर सीबीआई ने नए सिरे से इन्वेस्टिगेशन लांच कर दी है और हो सकता है कि आने वाले दिनों में इस मामले में एफआईआर कर सीबीआई इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दे।
नान घोटाले के मामले में बता दें कि करीब एक दशक पहले नागरिक आपूर्ति निगम में छापे मारने के बाद ईओडब्लू ने इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें पूर्व आईएएस टुटेजा और पूर्व आईएएस शुक्ला के नाम थे। हालांकि दोनों की अरेस्टिंग नहीं हुई थी। उस समय ईओडब्लू-एसीबी के चीफ मुकेश गुप्ता थे। ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर 2019 में धन शोधन निवारण अधिनियम में मामला दर्ज किया था। लेकिन सीबीआई पूरे पिक्चर में नहीं थी। इसलिए केवल चर्चाएं ही हैं कि सीबीआई के ताजा छापे नान घोटाले के सिलसिले में हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की दिल्ली से आई टीम में दर्जनभर अफसर हैं, जो इस खबर के लिखे जाने तक पूर्व आईएएस टुटेजा के घर में जांच कर रहे हैं। सीबीआई ने इस छापेमारी का अधिकृत तौर पर पुष्टि या खंडन नहीं किया है।