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पुलिस, मीडिया, नेता और धोखा…कोंटा टीआई सोनकर को जेल भेजाः भाजपा नेताओं पर भूपेश का वार

कोंटा बार्ड के ठीक उस पार आंध्रप्रदेश की सीमा पर मीडियाकर्मियों की गाड़ी से गांजा बरामद करने के मामले में कोंटा टीआई अजय सोनकर की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद सुकमा एसपी किरण चौहान पर पहले तो टीआई सोनकर को सस्पेंड किया, फिर इसी मामले में सीसीटीवी कैमरे में छेड़छाड़ की बात सामने आने पर सोनकर के खिलाफ एफआईआर कर उसे जेल भिजवा दिया है। छत्तीसगढ़ में यह अरसे बाद संभवतः पहला मामला फूटा है, जिसमें पुलिस पर मीडियाकर्मियों की कार में कथित तौर से रेत माफिया के इशारे पर गांजा रखवाकर फंसवाने की बात आ रही है। जो कोंटा गए होंगे, उन्हें पता है कि आंध्र बार्ड बिलकुल लगा हुआ है और यहां के बहुत सारे लोग दिन में कई बार सीमा पार जाते-आते हैं। दरअसल तीन दिन पहले सुकमा के कुछ पत्रकारों ने रेत माफिया की गाड़ियां रोकी थीं। इसके बाद कोंटा टीआई से उनका विवाद हुआ। अगले ही दिन पत्रकारों का यही दल चाय पीने के लिए आंध्र बार्डर पर गया था, तभी आंध्र पुलिस ने अचानक उनकी गाड़ी की तलाशी ली। कार से गांजा निकला तो इन पत्रकारों को हिरासत में ले लिया गया। इसके तुरंत बाद कोंटा पुलिस पर गांजा रखवाने का शक जाहिर किया गया था, जो धीरे-धीरे हकीकत की ओर बढ़ रहा है। सोमवार को टीआई सोनकर को लाइन अटैच किया गया था, रात में सस्पेंड किया गया और मंगलवार को एफआईआर कर गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि कार से गांजा मिलने के मामले में आंध्र पुलिस अब भी जांच कर रही है। हालांकि यह बात भी आ रही है कि वहां हिरासत में लिए गए पत्रकारों को राहत मिल सकती है।

टीआई का वाट्सएप मैसेज…नेताजी को बता देना

इस मामले का राजनेता से कनेक्शन तब जुड़ा, जब जेल जाने से पहले टीआई सोनकर की एक वाट्सएप चैट वायरल हुई। इसमें टीआई ने किसी को मैसेज किया- …नेताजी को बता देना। अब पूरे बस्तर में तलाश चल रही है कि ये नेताजी कौन हैं, इनका रेत माफिया से कोई ताल्लुक है या नहीं और क्या यही वह नेताजी हैं, जिनके साथ मिलकर टीआई ने कथित साजिश रची थी…।

नेता के संबंधी पर भी की जाए कार्रवाई- भूपेश

इधर, राजधानी में मंगलवार की शाम मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर के एक भाजपा नेता को निशाने पर लिया है। भूपेश ने आरोप लगाया कि राजनांदगांव पुलिस ने जिन 5 लोगों को ठेकेदार से नक्सलियों के लिए वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया, उस ठेकेदार ने बस्तर के एक भाजपा नेता के भैरमगढ़ निवासी रिश्तेदार के बैंक खाता नंबर 11521261288 में लगभग 91 लाख रुपए डाले थे। विधायक विक्रम मंडावी ने 29 मार्च को इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था। भूपेश ने कहा कि भाजपा नेताओं के नक्सलियों से संबंध हैं और उनके इशारे पर केंद्रीय एजेंसियां उन्हें छोड़कर कांग्रेसियों तथा आम लोगों को फंसा रही है। पूर्व सीएम भूपेश ने कहा कि नक्सल संबंधों के मामले में किसी को नहीं बख्शा जाना चाहिए। जब मामले एक जैसे हैं, तो कार्रवाई भी सभी पर एक जैसी करनी चाहिए। बस्तर के चार पत्रकारों की आंध्र सीमा पर गिरफ्तारी की पूर्व सीएम ने कड़ी निंदा की और कहा कि भाजपा सरकारों में हमेशा पत्रकारों का दमन हुआ है। उन्होंने इस मामले में दोनों राज्यों के डीजीपी को बातचीत कर पत्रकारों की निशर्त रिहाई करवाने का आग्रह भी किया है।

 

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