Administration Alert : सुशासन तिहार के दौरान सीएम साय के शहर-गांवों में अचानक छापे… लोगों से लेंगे फीडबैक, शिकायत पर वहीं एक्शन

छत्तीसगढ़ में 8 अप्रैल से शुरू होकर 31 मई तक चलनेवाले सुशासन तिहार में प्रशासनिक और पुलिस अफसरों के लिए छोटा सा अलर्ट यह है कि सीएम विष्णुदेव साय ने घोषणा कर दी है कि इस दौरान हर दूसरे दिन वे किसी न किसी शहर या गांव में अचानक छापेमारी करेंगे और लोगों से सीधे बातचीत कर पता लगाएंगे कि उनके यहां चल रही विकास योजनाओं की क्या स्थिति है और उनकी दिक्कतें क्या हैं। अफसरों के लिए सीएम साय का यह औचक निरीक्षण मुसीबत बन सकता है, क्योंकि द स्तम्भ को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार अगर लोगों एकराय होकर अफसरों या जनप्रतिनिथियों की शिकायत की, तो उनकी मुसीबतें बढ़ सकती हैं। सरकारी अमले के खिलाफ ऐसी शिकायतों पर सीएम साय मौके पर ही एक्शन ले सकते हैं, जनप्रतिनिधियों को भी प्रापर चैनल से चेतावनी दी जा सकती है।
सरकार की ओर से सुशासन तिहार को लेकर जो सूचना जारी की गई है, उसमें सीएम साय की इस छापेमारी का उल्लेख सादगीपूर्ण भाषा में है। सीएम साय की ओर से कलेक्टरों को जारी निर्देश में औचक निरीक्षण को लेकर जो बात कही गई है, उसे हम शब्दशः बता रहे हैं- प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन का निरीक्षण मेरे (सीएम साय) द्वारा किया जाएगा। विभिन्न योजनाओं से लोगों को मिल रहे लाभ के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। प्रभारी मंत्री और प्रभारी सचिव भी अपने स्तर पर यह प्रक्रिया अपनाएंगे…। यह बात तीन लाइनों में है, लेकिन beween the lines यह सब इतना सहज नहीं है। जानकारों के मुताबिक सीएम का औचक निरीक्षण केवल फीडबैक लेने भर से पूरा नहीं होगा। बल्कि इसमें छिपी हुई बात यह भी है कि इस दौरान सीएम कई जगह शिकायतें मिलने पर कड़ा फैसला ले सकते हैं। बताते हैं कि सुशासन तिहार की ट्रेनिंग के दौरान यह सब पूरे प्रशासनिक अमले को ब्रीफ कर दिया जाएगा। यह भी पता चला है कि सीएम साय का औचक निरीक्षण प्रशासन को सूचना दिए बगैर होगा, अर्थात अगर सीएम साय किसी गांव या कस्बे में हेलीकाप्टर से उतरेंगे, तो वहां पहले से अफसरों की मौजूदगी की संभावनाएं कम ही होंगी।