सुकमा के भीतरी जंगल में तेज रोशनी…394 गांवों में उजाला लाने वाला बड़ा पावर स्टेशन शुरू
चेयरमैन पी दयानंद और एमडी राजेश शुक्ला ने चीफ इंजीनियर-टीम को दी बधाई

छत्तीसगढ़ की बिजली कंपनी ने दक्षिण बस्तर के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा के अंदरूनी वनग्रामों के लिए बड़ा पावर स्टेशन चालू कर दिया है। इस पावर स्टेशन के जरिए जंगल के बाहर-भीतर के 394 गांवों में लगातार बिजली मिलेगी और वोल्टेज भी अच्छा रहेगा। 132 किलोवाट तथा 40 एमवीए क्षमता के इस नए ट्रांसफार्मर से 62000 घर या तो रोशन होंगे, या फिर सप्लाई में खासा सुधार आ जाएगा। बिजली कंपनी के चेयरमैन पी दयानंद ने कहा कि सीएम विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप हुए इस काम के लिए बिजली कंपनी की टीम ने खासी मेहनत की है, ताकि बस्तर की जनता को क्वालिटी बिजली सप्लाई की जा सके। पावर ट्रांसमिशन कंपनी के एमडी राजेश शुक्ला ने चीफ इंजीनियर तथा टीम को बधाई दी है।
बिजली अफसरों ने बताया कि ऊर्जा सचिव तथा स्टेट पाॅवर कंपनीज के चेयरमैन दयानंद ने इस पावर स्टेशन को शुरू करने के लिए लगातार मानीटरिंग की। यही वजह है कि 132/33 केवी के इस अतिरिक्त पाॅवर ट्रांसफार्मर को समय पर चालू किया जा सका। इन अतिरिक्त पावर स्टेशन से 394 बड़े-छोटे गांवों जैसे छिंदगढ़, नेतानार, तोंगपाल, सुकमा, गादीरास को सीधा फायदा होने जा रहा है। एमडी राजेश शुक्ला ने बताया कि यह काम कंपनी की पूंजीगत व्यय योजना के अंतर्गत किया गया है। इससे पहुंचविहीन इलाकों में भी बिजली सप्लाई सिस्टम को मजबूती मिलेगी। बिजली आधारित व्यावसायिक एवं गैर व्यावसायिक कार्यों को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य व गृहस्थ जीवन में बेहतरी के नए रास्ते खुलेंगे। पावर स्टेशन शुरू करने के मौके पर चीफ इंजीनियर अविनाश सोनेकर, एसई वीए देशमुख ,बीआर नाग, डीएस कतलम, उमाकांत यादव, उग्रसेन डडूरिया और एचके टोप्पो सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।