बलौदाबाजार हिंसाः विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने कल बुलाया, नोटिस नहीं ली तो दीवार पर चस्पा

बलौदाबाजार हिंसा में कांग्रेस से जुड़े कुछ नेता-कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को लेकर पिछले कुछ दिन से राजनीतिक माहौल थोड़ा गर्म है, इसी बीच बलौदाबाजार पुलिस ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को जांच के सिलसिले में मंगलवार, 9 जुलाई को बुलवा लिया है। देवेंद्र के नाम से बाकायदा नोटिस भेजा गया था, जिसे निवास पर किसी ने रिसीव नहीं किया तो पुलिस ने इसे दीवार पर चस्पा कर दिया है। नोटिस पर देवेंद्र जाएंगे या नहीं, लेकिन बलौदाबाजार पुलिस उनसे पूछताछ की तैयारी में है। देवेंद्र को क्यों बुलाया गया है, बलौदाबाजार हिंसा में उनकी क्या भूमिका हो सकती है, इस पर आला अफसरों का कहना है कि यह इन्वेस्टिगेशन का हिस्सा है जिसका खुलासा नहीं कर सकते। इस मामले में पुलिस अब तक 175 से ज्यादा लोगों को बलवे की धाराओं में अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। बताया गया है कि गिरफ्तार लोगों में भीम आर्मी के साथ-साथ युवक कांग्रेस से जुड़े कुछ स्थानीय नेता-कार्यकर्ता भी हैं।
पवित्र जैतखंभ के अपमान के मामले में असली आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलनरत लोगों ने तीन हफ्ते पहले एक रैली के बाद बलौदाबाजार कलेक्टोरेट में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी कर दी थी। उस उपद्रव से शासन स्तर पर खलबली मची थी और बलौदाबाजार के तत्कालीन कलेक्टर-एसएसपी तक को हटाकर आईएएस दीपक सोनी तथा आईपीएस विजय अग्रवाल को क्रमशः इन पदों पर भेजा गया है। बलौदाबाजार पुलिस और प्रशासन के मैदानी अमले में भी काफी फेरबदल किया गया। कलेक्टोरेट परिसर की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग को रिनोवेट करने के बाद पुलिस ने उपद्रव के आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू की थी, जिसे लेकर कांग्रेस की ओर से तीखे आरोप लगते रहे हैं। देवेंद्र यादव को पूछताछ के लिए बलौदाबाजार बुलाए जाने के मामले में कांग्रेस से तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। उधर, पुलिस ने देवेंद्र से पूछताछ के लिए क्वेश्चनेयर तैयार कर लिया है। हालांकि इन प्रश्नों का डीटेल भी नहीं मिला है।