राजधानी के 1 लाख घरों में सालभर में रसोई गैस पाइपलाइन से… नल की तरह चूल्हे इसी पाइप से कनेक्ट होंगे, मीटर भी इसी में
नागपुर से झारसुगुड़ा तक बिछाई गई रसोई गैस पाइप लाइन का काम अब अंतिम दौर में है और यह रायपुर से गुजर चुकी है। सीएम विष्णुदेव साय चाहते हैं कि रायपुर में जल्दी से जल्दी पाइप लाइन से घरों और औद्योगिक इलाकों में एलपीजी गैस की सप्लाई पाइप लाइन से शुरू हो जाए। इसे ध्यान में रखते हुए रायपुर कमिश्नर ने गेल इंडिया और हरियाणा गैस कंपनी के अफसरों से मीटिंग की है। उन्होंने बताया कि रायपुर में गैस सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम जल्दी शुरू होगा। कोशिश रहेगी कि 2025 में घने शहर में पाइप लाइन से रसोई गैस सप्लाई शुरू कर दी जाए।
सीएम साय ने रायपुर कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह को निर्देश दिए थे कि इस प्रोजेक्ट की व्यक्तिगत मानीटरिंग करें। इसके बाद मानीटरिंग शुरू की गई है। निगम कमिश्नर अबिनााश मिश्रा ने बताया कि रायपुर शहर में गैस सप्लाई के लिए दोनों कंपनियों को अधिकृत कर दिया गया है। यही कंपनियां शहर में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाएंगी और इससे घरों तक कनेक्शन पहुंचाएंगी। यही नहीं, इंटस्ट्रियल एरिया में भी गैस पाइपलाइन के जरिए ही भेजी जाएगी, ताकि कारखानों में इसका इस्तेमाल कोयला या डीजल-पेट्रोल की जगह ईंधन के रूप में हो सके। इससे राजधानी में प्रदूषण में काफी कमी आने की भी उम्मीद है।
नल की तरह किचन तक जाएगा कनेक्शन पाइप
दोनों कंपनियों ने शुरुआत में रायपुर के एक लाख घरों में गैस कनेक्शन पहुंचाने का टारगेट रखा है। रसोई गैस का कनेक्शन ठीक वैसा ही होगा, जैसा घरों में नल कनेक्शन रहता है। सप्लाई लाइन से पाइप घरों के भीतर आएगा और सीधे आपके किचन में रखे चूल्हे से कनेक्ट होगा। चूल्हे से पहले मीटर होगा, जो बताएगा कि कितनी गैस का इस्तेमाल हुआ। उस आधार पर बिलिंग होगी और बिल अदा करना होगा। बिल नहीं पटाने पर गैस काट दी जाएगी, यानी घरों में चूल्हे बंद हो जाएंगे। राजधानी में सिलेंडर युग समाप्त करने के लिए यह सुविधा दी जा रही है।