छत्तीसगढ़ में UPSC Mains निकालने वाले युवाओं को साय सरकार से 1 लाख रुपए ईनाम… सिविल सेवा में बेहतर परफार्मेंस के लिए यह गेम चेंजर

सिविल सेवा में जाने के लिए यूपीएससी जैसी परीक्षाओं की तैयारी में लगे युवाओं को सीएम विष्णुदेव साय ने प्रोत्साहित करने के लिए ईनाम के तौर पर प्रोत्साहन य सरकार ने अहम फैसला लिया है। सरकार ने यूपीएससी मेन्स एग्जाम निकालने वाले हर प्रतिभागी को एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि (सरल शब्दों में ईनाम) देने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ से इस साल यूपीएससी में 5 युवा सलेक्ट हुए हैं, जबकि अनुमान है कि 8 से 10 युवाओं ने मेन्स परीक्षा पास की थी। आपको बता दें कि पीएससी की तरह यूपीएससी में प्रीलिम्स और मेन्स जैसी लिखित परीक्षा पास करनी होती है। मेन्स पास करना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि इसके बाद इंटरव्यू का काल आता है और फिर इसके नंबरों के आधार पर सिविल सेवा के लिए अभ्यर्थी का चयन होता है। सरकार का मानना है कि युवाओं का यूपीएससी मेन्स पास कर लेना भी बड़ी उपलब्धि है, जिसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है, ताकि वे इंटरव्यू के लिए और बेहतर तैयारी कर सकें।
बता दें कि यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम के नतीजे इसी 22 अप्रैल को घोषित किए। इसमें छत्तीसगढ़ से पूर्वा अग्रवाल (रायपुर) – 65वीं रैंक, अर्पण चोपड़ा (मुंगेली) – 313वीं रैंक, मानसी जैन (जगदलपुर) – 444वीं रैंक, केशव गर्ग (अंबिकापुर) – 496वीं रैंक और शची जायसवाल ने 654वीं रैंक हासिल की है। ये सिविल सेवा के लिए चयनित भावी अफसर हैं। कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी हैं, जो मेन्स तक तो पहुंचे लेकिन इंटरव्यू में नंबरों के आधार पर उनका चयन नहीं हो पाया। इन्हीं युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए साय सरकार 1 लाख रुपए का प्रोत्साहन देने जा रही है। सीएम साय ने निर्देश दिए हैं कि यह प्रोत्साहन राशि नगर निगमों के तहत संचालित महापौर सम्मान राशि निधि से प्रदान की जाएगी। सीएम के इस कदम की शिक्षा विशेषज्ञों और यूपीएससी कोचिंग संस्थानों ने इस घोषणा की सराहना की है। उनका कहना है कि यह फैसला छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।