निगम-लोकल चुनाव की तैयारी तेज, पूर्व सीएस अजय सिंह को बनाया निर्वाचन आयुक्त
इससे पहले ठाकुर रामसिंह थे राज्य निर्वाचन आयुक्त, उनके बाद से खाली था पद
छत्तीसगढ़ सरकार ने शुक्रवार को संकेत दे दिए कि नगर निगम, पालिका समेत लोकल संस्थाओं के चुनाव जल्दी-जल्दी करवाए जाएंगे। इसके लिए जरूरी कदम उठाते हुए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव तथा रिटायर्ड आईएएस अजय सिंह को राज्य निर्वाचन आयुक्त के तौर पर पदस्थ कर दिया गया है। पूर्व सीएस को पदस्थ करने के आदेश वर्तमान सीएस अमिताभ जैन ने जारी किए हैं। कुछ अरसा पहले तक आईएएस ठाकुर रामसिंह राज्य निर्वाचन आयुक्त थे और इसी पद से रिटायर हुए। उनके बाद से यह पद खाली था। उधर, पूर्व सीएस अजय सिंह रिटायरमेंट के बाद भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। वे डा. रमन सिंह की सरकार में छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी थे।
यहां यह बताना जरूरी है कि विधानसभा और लोकसभा जैसे चुनावों के लिए राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का दफ्तर अलग है। इसकी कमान आईएएस रीना बाबासाहेब कंगाले संभाल रही हैं। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों के चुनाव के लिए वार्डों के परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है और 9 जुलाई को निकायों की ओर से शासन को परिसीमन की फाइनल रिपोर्ट भेज दी जाएगी। अभी घोषणा नहीं हुई, लेकिन माना जा रहा है कि सरकार महापौरों का भी चुनाव करवाने के पक्ष में है। यह परंपरा 5 साल पहले बदली थी और पार्षदों के बहुमत से महापौर चुने गए थे। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि सुनील सोनी, किरणमयी नायक और प्रमोद दुबे डायरेक्ट चुनाव जीतकर महापौर बने थे, जबकि एजाज ढेबर को पार्षदों के बहुमत से बिठाया गया था। खैर,