बिजली कर्मियों की कैशलेस हेल्थ स्कीम के छत्तीसगढ़ माडल अपनाएंगे एमपी-पंजाब

छत्तीसगढ़ के बिजली महकमे के लिए एक बड़ी और सुखद खबर यह है कि प्रदेश में बिजली कर्मियों के लिए चल रही कैशलेस हेल्थ स्कीम को मध्यप्रदेश और पंजाब ने बहुत पसंद किया है। सिर्फ पसंद ही नहीं, बल्कि दोनों राज्यों ने छत्तीसगढ़ में इस योजना को चलाने वाली एजेंसी के साथ एमओयू भी कर लिया, और कहा है कि इसे दोनों राज्यों में बिजली कर्मियों के लिए अपनाया जा सकता है।
तीनों राज्यों की बिजली कंपनियों तथा मध्यप्रदेश और पंजाब की चारों पाॅवर कंपनियों से आए अफसरों ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने कैशलेस हेल्थ स्कीम को इस तरह लागू किया है कि इसका सीधा फायदा कर्मचारियों और पेंशनरों को हो रहा है। एमओयू के दौरान एमपी पाॅवर जनरेशन कंपनी के एमडी मंजीत सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ आकर हमने ग्राउंड पर देखा कि इस स्कीम से कर्मचारियों को कितना फायदा हो रहा है, इसलिए एमपी में इसे लागू करने के मामले में हमारा कांफिडेंस बढ़ा है। पंजाब पाॅवर कार्पोरेशन से आए डीके गोयल ने कहा कि पंजाब में पहले यह योजना चल रही थी पर नाकाम हो गई। इसलिए हमने छत्तीसगढ़ में बारीकी से अध्ययन किया कि आखिर यहां यह किस तरह कामयाब है। दरअसल छत्तीसगढ़ में काफी रिसर्च के बाद इसे लागू किया गया, इसलिए क्रियान्वयन बेहतर हुआ है। बिजली कंपनी के एचआर ने बताया कि इस योजना से प्रदेश में अब तक 59,097 कर्मचारी लाभान्वित हो चुके हैं। योजना में पंजीकृत अस्पताल भी बढ़कर 267 हो गए हैं। एमयूओ के दौरान छत्तीसगढ़ की जनरेशन कंपनी के एमडी एसके कटियार, ट्रांसमिशन-डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी राजेश शुक्ला, एचआर से ईडी अशोक वर्मा, एडिशनल एमडी विनोद अग्रवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एजीएम (जनसंपर्क) उमेश कुमार मिश्र ने किया।