बलौदाबाजार कांड में आधी रात बड़ी कार्रवाई, IAS चौहान और IPS सदानंद सस्पेंड
न्यायिक जांच के आदेश, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस वाजपेयी करेंगे जांच

आखिरकार छत्तीसगढ़ सरकार ने मोटे तौर पर मान लिया कि बलौदाबाजार में आंदोलनकारियों के उग्र हो जाने तथा कलेक्टर-एसएसपी दफ्तर फूंके जाने में वहां के तत्कालीन कलेक्टर आईएएस केएल चौहान और एसएसपी आईपीएस सदानंद कुमार से बड़ी लापरवाही हुई है। इधर, शासन ने बलौदाबाजार मामले की न्यायिक जांच का ऐलान भी रात में ही किया है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सीबी वाजपेयी इस मामले की जांच करेंगे। एकल न्यायिक जांच आयोग इस मामले की जांच 3 महीने में पूरी करके शासन को सौंपेगा।
बलौदाबाजार में कलेक्टर-एसपी दफ्तर फूंके जाने के मामले में सरकार ने आईएएस चौहान और आईपीएस सदानंद को दो दिन पहले ही पद से हटाया था, गुरुवार को आधी रात दोनों को निलंबित भी कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद अखिल भारतीय सेवा के अफसरों पर यह पहली बड़ी कार्रवाई है। निलंबन अवधि के दौरान दोनों का मुख्यालय नवा रायपुर में क्रमशः महानदी भवन और पुलिस मुख्यालय रहेगा तथा दोनों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा।
भूपेश समेत कांग्रेसी दल आज बलौदाबाजार में
बलौदाबाजार आगजनी मामले में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सरकार की ओर से आए बयानों के बाद शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं की बड़ी टीम वहां जा रही है। कांग्रेस संगठन की ओर से जाने वाली इस टीम के साथ पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी वहां पहुंचने वाले हैं। हालांकि चैंबर ने बंद का आह्वान वापस ले लिया है। इसके बावजूद, कांग्रेस नेताओं के वहां पहुंचने से माहौल गरमाने के आसार हैं, इसलिए बलौदाबाजार शहर में भारी फोर्स लगा दी गई है। गौरतलब है, बलौदाबाजार में इस वक्त धारा 144 लागू है।