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सायबर ठग ने सीएम विष्णुदेव साय की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, क्राइम ब्रांच उठा लाई अलवर से
एसएसपी संतोष सिंह की चेतावनीः फर्जी आईडी बनाने वालों को नहीं बख्शेंगे
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम से अलवर (राजस्थान) के एक सायबर ठग साहूकार खान (40) ने फेसबुक में फर्जी आईडी बना डाली। इस फर्जी आईडी में सीएम साय से जुड़ी सूचनाएं षड्यंत्रपूर्वक अपलोड किए जाने लगीं। इसी दौरान खुलासा हुआ कि यह आईडी फर्जी है। इसके बाद साइबर सेल और क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की। आईपी एड्रेस वगैरह ट्रैक करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम अवलर पहुंच गई। इस फर्जी आईडी का संचालन कर रहे साहूकार खान को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया और रायपुर लेकर आई। मामला संवेदनशील था, इसलिए पूरी कार्रवाई की निगरानी एसएसपी संतोष सिंह ने खुद की। उन्होंने द स्तंभ से कहा कि फर्जी आईडी बनाने वाले तथा सायबर फर्जीवाड़े में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम की फर्जी फेसबुक आईडी का मामला सामने आने के बाद से पूरे प्रशासनिक और पुलिस अमले में खलबली मच गई थी। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने खुद इस आपरेशन को ट्रैक किया और एएसपी लखन पटले, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, सीएसपी अनुराग झा तथा डीएसपी क्राइम संजय सिंह को मामले की पड़ताल में लगा दिया। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने सिविल लाईन पुलिस के साथ मिलकर फर्जी फेसबुक आईडी बनाने वाली की जांच शुरू की। टेकनिकल विश्लेषण से खुलासा हो गया तथा यह पता चला कि आरोपी राजस्थान के अलवर से फर्जी आईडी चला रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम तुरंत अलवर भेजी गई। वहां लोकेशन ट्रेस करते हुए आरोपी साहूकार खान को घेर लिया गया। पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई थी। उसने यह भी बताया कि वह लोग ऐसा करते रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया। इसकी जांच की गई तो स्पष्ट हो गया कि इसी मोबाइल से वह सीएम विष्णुदेव साय के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी चला रहा था।
सायबर जालसाजों से सख्ती से निपटेंगे
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि किसी भी विशिष्ठ/महत्वपूर्ण व्यक्तियों के फोटो एवं नाम का दुरूपयोग कर फेसबुक या दूसरे प्लेटफार्म पर फर्जी आईडी बनाकर इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। सायबर अपराधों को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस ने कड़ा रवैया अपना रखा है। अगर राजस्थान में ऐसे अपराध पंजीबद्ध है, तो इस सायबर ठग से हुई पूछताछ के आधार पर ऐसे मामलों का खुलासा करेंगे।