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भ्रष्टाचार पर सीएम साय का फिर कड़ा प्रहार… पाठ्यपुस्तक निगम के जीएम सस्पेंड… नई किताबें मिली थीं रद्दी में… वजह जानिए निलंबन आदेश से

भ्रष्टाचार और लापरवाही पर ताबड़तोड़ एक्शन का सिलसिला जारी रखते हुए सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य शासन ने शुक्रवार को सुबह छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक (जीएम) तथा राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रेमप्रकाश शर्मा को सस्पेंड कर दिया है। कुछ दिन पहले एक पेपर मिल में छत्तीसगढ़ के स्कूल कोर्स की इसी सत्र की लाखों रुपए की नई किताबें रद्दी में मिली थीं। सीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए आईएएस अफसर की अध्यक्षता में समिति बनाई थी, जिसने जांच कर रिपोर्ट दे दी। रिपोर्ट केअध्ययन के बाद सीएम साय ने जीएम को तुरंत निलंबित करने के निर्देश दिए। बता दें कि हाल में हुई कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में सीएम साय ने लापरवाही और भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति अपनाने के निर्देश दिए थे। इस कार्रवाई को सीएम के उसी निर्देश का नतीजा माना जा रहा है।

बता दें कि सिलियारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल में छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा छापी गई वर्ष 2024-25 सत्र की नई किताबें के कबाड़ में बेची गई थीं। यह मामला कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने प्रमुखता से उठाया था। मामला संज्ञान में आने के बाद सीएम साय ने इसे गंभीरता से लेते हुए एसीएस रेणु पिल्लै को निर्देश दिए थे कि इस घटना की जांच करवाई जाए। आईएएस राजेश राणा समेत अफसरों की कमेटी बनाकर इसकी जांच की गई। जांच रिपोर्ट में प्रथमदृष्टया लापरवाही प्रमाणित हुई है। इस आधार पर सीएम साय ने पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक जीएम तथा राप्रसे अफसर प्रेमप्रकाश शर्मा को प्रथमदृष्टया लापरवाही परिलक्षित होने पर निलंबित करने के निर्देश दिए। राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत शर्मा को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।

भ्रष्टाचार पर सीएम साय का जीरो टालरेंस

कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में कड़े तेवर दिखाने के बाद मुख्यमंत्री ने निलंबन की इस कार्यवाही से यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासनिक लापरवाही उन्हें बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं होगी। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम का मामला सामने आने पर इस घटना की जाँच का दायित्व मुख्य सचिव के पश्चात सबसे वरिष्ठ अधिकारी को देना यह स्पष्ट करता है कि इस राज्य में अब प्रशासनिक ढिलाई के दिन बीत चुके हैं । सीएम साय ने अफसरों को निर्देश दिया है कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों में लापरवाही बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासकीय दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता बरतने वाले लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुशासन की सरकार है और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के द्वारा अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पर तत्काल कड़ी कारवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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