प्रदेश में डाक्टरी की पढ़ाई यानी MBBS अब हिंदी में भी… सीएम साय ने घोषणा की और कहा- पीएम मोदी की मंशा पूरी की

हिंदी दिवस पर छत्तीसगढ़ के सभी 10 सरकारी मेडिकल कालेजों के लिए सीएम विष्णुदेव साय ने डाक्टरी की पढ़ाई यानी एमबीबीएस का कोर्स हिंदी में भी उपलब्ध होने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस साल यानी 2024-25 के सेशन से ही एमबीबीएस की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में भी मुहैया करवा दी गई है। जो स्टूडेंट्स चाहेंगे, उन्हें इसके लिए जरूरी पुस्तकें स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध करवा दी जाएंगी।
सीएम हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम साय के साथ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी मौजूद थे। सीएम ने कहा- हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि एमबीबीएस की पढ़ाई की व्यवस्था भी हम हिंदी में करेंगे। इस साल के प्रथम सत्र 2024-25 में एमबीबीएस की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हिंदी में डाक्टरी की पढ़ाई उपलब्ध कराने का सबसे अधिक लाभ ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों को होगा, जो अधिकतर हिंदी मीडियम से होते हैं। अंग्रेजी की वजह से उन्हें एमबीबीएस कोर्स में कुछ दिक्कतें आती है। इसीलिए सरकार ने इस दिक्कत को दूर करने की कोशिश की है। इससे चिकित्सा छात्र-छात्राओं का आधार भी मजबूत होगा और अच्छे डाक्टर तैयार करने में भी मदद मिलेगी। इससे विषय को लेकर बारीक समझ भी बनेगी।
पीएम मोदी की मंशा थी, छत्तीसगढ़ ने पूरी की
सीएम साय ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी दिवस की सार्थकता इस बात में है कि शासन-प्रशासन और शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करें, हिंदी को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2022 में यूपी की एक रैली में डाक्टरी की पढ़ाई हिंदी में भी होने की मंशा जाहिर की थी। हम छत्तीसगढ़ में उसका क्रियान्वयन करने जा रहे हैं।