आदिवासी बहुल सीटों पर फिर भाजपा का फोकस, सीएम साय 4 दिन में दूसरी बार पहुंचे बस्तर
विधानसभा चुनाव में सरगुजा में पूरी 14 और बस्तर की 12 में 8 सीटें हासिल कर सीधे सत्ता पर पहुंची भाजपा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के शुरुअती दौर में ही पूरी मशीनरी को एक्टिव कर दिया है। इन इलाकों में संघ और अनुषांगिक संगठनों की तगड़ी घुसपैठ है और गांवों में टीमें पहुंच रही हैं। साय सरकार के इन सीटों पर फोकस को इसी से समझ सकते हैं कि सीएम विष्णुदेब मात्र 4 दिन में दूसरी बार बुधवार को बस्तर पहुंच गए हैं। वे दोपहर 12 बजे जगदलपुर में भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप की नामांकन रैली में शामिल होंगे। यही नहीं, यहां से वे कांकेर संसदीय क्षेत्र की गुंडरदेही विधानसभा में एक अमसभा को संबोधित करेंगे। गौरतलब है, बस्तर लोकसभा के लिए अब तक 5 प्रत्याशी फार्म दाखिल कर चुके हैं।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सरगुजा और बस्तर में काफी ताकत झोंकी थी। हालांकि यहां कांग्रेस की भी ताकतवर मौजूदगी थी, लेकिन पार्टी के ज्यादातर लोग मानते हैं कि दोनों ही इलाकों में पार्टी की अंदरूनी लड़ाई ने जबर्दस्त नुकसान पहुंचाया। इसी का नतीजा रहा कि सरगुगा और बस्तर की कुल 26 आरक्षित सीटों में से 22 पर भाजपा ने जीत का परचम लहरा दिया।
विधानसभा चुनाव के गणित को ऐसे समझें
- सरगुजा में 14 विधानसभा सीटें हैं। भाजपा ने पूरी 14 सीटें जीतकर यहां कांग्रेस का सफाया कर दिया।
- बस्तर में 12 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से भाजपा 8 लीटों पर विजय रही। कांग्रेस केवल 4 में जीत पाई।
- शेष मैदानी इलाकों की 64 सीटों में 32 भाजपा ने जीतीं। कांग्रेस 31 पर विजयी रही। बसपा 1 पर जीती।
- इस तरह, सरगुजा-बस्तर से मिली 22 सीटों की बदौलत भाजपा बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल गई।