रायपुर-नवा रायपुर के बीच 100 और बसें चलेंगी, बिजली में सरप्लस स्टेट बनाने केंद्र से पूरी मदद

केंद्रीय बिजली, आवास और शहरी कार्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ सीएम विष्णुदेव साय तथा आला अफसरों की समीक्षा बैठक के बाद यह संकेत मिले हैं कि केंद्र सरकार से जल्दी ही प्रदेश को कई योजनाओं में बड़ी मदद मिलने जा रही है। सबसे पहले, केंद्रीय मंत्री खट्टर ने कहा है कि केंद्र से क्लीन सिटी के तहत रायपुर को जो 100 बसें मिली हैं, उन्हें रायपुर से नवा रायपुर के बीच चलाया जा सकता है। सीएम साय ने केंद्र सरकार से 19 हजार से ज्यादा पीएम आवास मंजूर करने तथा 50 हजार और आवासों के लिए जल्दी मदद का आग्रह किया, जिस पर केंद्रीय मंत्री की ओर से सहमति जता दी गई है। केंद्रीय मंत्री खट्टर ने बुधवार को रायपुर प्रवास के दौरान मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में कहा कि उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली और आवास से संबंधित सभी आवश्यकताएं पूर्ण करने के लिए भारत सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग किया जाएगा।
इस बैठक में सीएम साय के अलावा डिप्टी सीएम अरूण साव, केंद्रीय आवास और शहरी कार्य राज्यमंत्री तोखन साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन और सीएम के सचिव पी दयानंद भी शामिल हुए। इसी बैठक में मंत्री खट्टर ने कहा कि क्लीन सिटी के तहत रायपुर को मिली 100 बसों को नवा रायपुर और रायपुर के बीच चला सकते हैं। उन्होंने बिजली का लाइन-लॉस घटाने, स्मार्ट मीटर, विशेष पिछड़े जनजातीय क्षेत्रों में विद्युतीकरण और बिजली उत्पादन के लिए कोयला की उपलब्धता को लेकर राज्य शासन को आश्वस्त किया कि इस संबंध में बनाई गई योजनाओं के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
जल्द बनेंगे सरप्लस बिजली राज्यः मुख्यमंत्री
बैठक में सीएम साय ने कहा कि बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए राज्य में तेजी से काम हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ जल्दी ही ’पॉवर सरप्लस स्टेट’ का दर्जा वापस पा लेगा। पिछले छह महीनों में किसानों और छोटे कामगारों के लिए बिजली की उपलब्धता में सुधार आया है। सीएम ने केंद्रीय मंत्री से पीएम आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत 19 हजार 906 मकान तथा विकसित भारत संकल्प यात्रा में मिले आवेदनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ को पुनरीक्षित केन्द्रांश के साथ करीब 50 हजार आवास प्राथमिकता से स्वीकृत करने का अनुरोध भी किया है। बैठक में केंद्रीय संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा, बिजली मंत्रालय के संयुक्त सचिव शशांक मिश्रा तथा स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की निदेशक अनिता मीणा भी मौजूद थीं।