पुनर्जन्म के लिए बलि… सक्ती में तंत्र साधना के लिए दो भाइयों को उनकी सगी मां-बहनों ने ही मार डाला, गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के सक्ती में पुनर्जन्म पाने के लिए तंत्र साधना करनेवाली मां ने अपने ही दो बेटों को बेटियों तथा एक और बेटे के साथ मिलकर पहले हल्का कीटनाशक पिलाया, फिर बेहोशी की हालत में गला दबाकर मार डाला। अंधविश्वास के नाम पर हुई इस हैरतअंगेज वारदात का खुलासा तब हुआ, जब तांदुलडीह नाम के गांव में पुलिस पहुंची। दरअसल गांव में एक परिवार के सात सदस्य तंत्र साधना के लिए कमरे में एक हफ्ते से बंद थे तथा लगातार उद्घोष कर रहे थे। सात दिन बाद अनिष्ट की आशंका से गांववालो ने पुलिस को सूचना दे दी थी। एंबुलेस के साथ पहुंची पुलिस जब कमरे में दाखिल हुई, तब वहां विकास और विक्की सिदार बेहोश मिले थे तथा उनकी मांत फिरित बाई, बहने चंद्रिका और अमरीका तथा भाई विशाल सिदार की हालत भी बिगड़ी हुई थी। सभी को अस्पताल ले जाया गया था, जहां विकास और विक्की को मृत घोषित कर दिया गया। यह अनुमान लगाया गया कि बंद कमरे में भूखे-प्यासे रहकर सात दिन साधना करने की वजह से भूख और दम घुटने से दोनों युवकों की मौत हुई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पूरी घटना ही बदल गई। सक्ती एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि विकास और विक्की उस कमरे में थे, लेकिन तंत्र साधना का विरोध कर रहे थे। मां-बेटियां पुनर्जन्म के लिए साधना पर अड़ी हुई थीं। साधना के दौरान ही मां-बेटियां और सगे भाई विशाल ने मिलकर दोनों भाइयों को पानी में हल्का कीटनाशक पिला दिया। दोनों बेहोश हो गए तो सबने मिलकर जयघोष करते हुए दोनों युवकों को गला दबाकर मार डाला। इसके बाद बलि के तौर पर शवों के साथ चारों फिर साधना में लग गए। जिस कमरे में तंत्र साधना की जा रही थी, उसमें उज्जैन के एक बाबा का फोटो मिला, जिसे सामने रखकर मां-बेटियां और बेटा साधना में लगे थे।