कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर लाने की तैयारी… कोर्ट से सरगना को 14 को सशरीर पेश करने का वारंट

झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर पुलिस 14 अक्टूबर को प्रोडक्शन वारंट पर यहां लाने की कोशिश में जी-जान से भिड़ गई है। देशभर में कुख्यात झारखंड के इस गैंगस्टर पर हत्या, शूटिंग और एक्सटार्शन के देशभर में कुल मिलाकर करीब 100 मामले दर्ज हैं। फिलहाल वह गिरीडीह जेल में है। रायपुर में तेलीबांधा में हुई फायरिंग तथा उससे दो माह पहले फायरिंग की साजिश में गैंगस्टर अमन साहू का नाम आया था, इसलिए उसे आरोपी बनाया गया है। यही नहीं, प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लाने के बाद पुलिस उससे छत्तीसगढ़ में कुछ और जगह हुई फायरिंग के मामले में पूछताछ कर सकती है।
गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर लाने के लिए पुलिस ने कोर्ट से तीसरी बार वारंट जारी करवाया है। पिछले दोनों वारंट में झारखंड पुलिस ने यह कहकर अमन साहू को जेल से निकालकर भेजने में असमर्थता जताई थी कि उसके वहां और भी मामले चल रहे हैं, जिनमें उसकी पेशी होती रहती है। गैंगस्टर अमन को फिलहाल झारखंड-बिहार से कोल-मिनरल माफिया वर्ल्ड में बड़ा सुपारी गैंगस्टर माना जाता है। उसके गैंग के कई गुर्गे इधर-उधर हैं और वहीं से आपरेट कर रहे हैं। रायपुर में तीन माह पहले एक कारोबारी की कार पर गोलियां चलाने की जिस साजिश का पुलिस ने वारदात से पहले ही खुलासा करते हुए शूटरों को दबोच लिया था, रायपुर पुलिस की जांच में यह बात आई थी कि उसे भी गैंगस्टर अमन का एक हैंडलर मलेशिया से लीड कर रहा था। गैंगस्टर अमन की कथित फ्रैंड पम्मी अभी रायपुर जेल में बंद है। रायपुर पुलिस उसे झारखंड से उठाकर यहां लाई थी।
वारंट में सशरीर उपस्थिति का उल्लेख है…
गैंगस्टर अमन साहू इस बार प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर पुलिस को मिल सकता है, इसकी उम्मीद इसलिए है क्योंकि अदालत से उसे 14 अक्टूबर को पेश करने के लिए जारी किए गए प्रोडक्शन वारंट में साफ निर्देश लिखे हैं कि गैंगस्टर को सशरीर ही पेश करना है। अब गेंद झारखंड के जेल महकमे के पाले में है। गैंगस्टर को जेल से निकालकर छत्तीसगढ़ लाने में उसकी सुरक्षा का बड़ा इशू है। साथ ही, इतने केस हैं कि रोज कोई न कोई पेशी रहती है। झारखंड का जेल प्रशासन अमन साहू की ज्यादा पेशियां वर्चुअल ही करवाता है। अफसरों ने कहा कि कोर्ट के आदेश में सशरीर पेश करने का निर्देश है, इसलिए शायद इस बार झारखंड जेल महकमा उसे यहां पुलिस के सुपुर्द कर दे। गैंगस्टर को यहां कैसे लाया जाएगा, कहां रखा जाएगा और किस तरह वापस भेजा जाएगा, रायपुर पुलिस ने इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया है। केवल झारखंड जेल महकमे से स्वीकृति की प्रतीक्षा की जा रही है।