बड़ी उपलब्धि… पीएम मोदी ने फोर्स के साहस को सराहा… सीएम साय से कहा- छत्तीसगढ़ में शांति बहाली के साथ विकास
8 लाख आवास मंजूर करने पर भी सीएम ने जताया पीएम मोदी का आभार

राष्ट्रीय परिदृश्य में सोमवार का दिन छत्तीसगढ़ के लिए सुखद रहा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय से मिलकर प्रदेश में फोर्स के हौसले को तो सराहा ही, सीएम साय की यह कहकर पीठ थपथपाई कि छत्तीसगढ़ में शांति बहाली के साथ-साथ विकास भी हो रहा है। सीएम साय ने पीएम मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को बस्तर में सुरक्षाबलों को मिल रही सफलताओं से तो अवगत करवाया है, छत्तीसगढ़ और खासकर बस्तर में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। सीएम साय ने पीएम मोदी को बताया कि छत्तीसगढ़ में कृषि, कौशल विकास और शिक्षा में कई अच्छी पहल हुई हैं, जिनके सकारात्मक नतीजे आ रहे हैं। मुलाकात होते ही सीएम साय ने छत्तीसगढ़ को 8 लाख प्रधानमंत्री आवास देने के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
सीएम साय ने पीएम मोदी से मिलकर उन्हें माओवाद के खिलाफ राज्य में चल रहे ऑपरेशन और विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले बस्तर में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है, जो राज्य में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन है। हालांकि सीएम साय ने अपने प्रजेंटेशन में विकास पर फोकस किया और पीएम मोदी को बताया कि बस्तर में प्रदेश सरकार सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास पर ज्यादा ध्यान दे रही है। रोजगार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें। पीएम मोदी ने सुरक्षाबलों की कामयाबी और साय सरकार के विकासोन्मुख प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे न केवल राज्य में शांति बहाल हो रही है, बल्कि विकास की राह भी आसान हो रही है।
विकसित भारत के लक्ष्य से मेल खाली कोशिशें
पीएम मोदी को सीएम साय ने बताया कि बस्तर और आदिवासी अंचलों में युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए सरकार विशेष योजनाएँ चला रही है, ताकि रोजगार के बेहतर मौके मिलें। कृषि के क्षेत्र में डिजिटल तकनीक और उन्नत कृषि विधियों का व्यापक प्रयोग हो रहा है। इससे किसानों की उत्पादकता और उनकी आय में वृद्धि हो रही है। पीएम मोदी का आभार जताते हुए सीएम साय ने कहा कि प्रदेश सरकार की कोशिशें दरअसल प्रधानमंत्री के “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य के अनुरूप हैं और छत्तीसगढ़ इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।