महंत-बैज का बड़ा आरोपः प्रदेश में 1 हजार करोड़ का धान सड़ा… इससे शराब बनेगी या पशु आहार… इंसानों के खाने योग्य नहींं
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर एक हजार करोड़ रुपए का धान बर्बाद कर देने का बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में हुई प्रेस कांफ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कई जिलों में बर्बाद हुए धान का हिसाब भी पेश कर दिया है। नेताओं ने कहा कि प्रदेश के किसानों ने पिछले साल धान की बंपर पैदावार की, लेकिन सरकार अनदेखी से धान खराब हो गया। प्रदेश में पिछले साल रिकार्ड 145 लाख टन धान खरीदा गया था। धान खरीदी केंद्रों में इस वक्त पड़ा 166 करोड़ रुपए का 4 लाख टन से ज्यादा धान तथा संग्रहण केंद्रों में पड़ा 870 करोड़ रुपए का लगभग 22 लाख टन इस तरह खराब हो चुका है कि राइस मिलर्स इसका उठाव नहीं कर रहे हैं। इससे केवल पशु आहार या शराब ही बनाई जा सकती है।
डा. महंत और बैज ने आरोप लगाया कि मुंगेली, कबीरधाम, बिलासपुर, बालोद, बेमेतरा, बलौदाबाजार, खैरागढ़, जशपुर, कोरिया, कांकेर, बीजापुर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, रायगढ़, सारंगढ़, राजनांदगांव, खैरागढ़, गरियाबंद, महासमुंद, बलरामपुर, तथा सरगुजा में भारी मात्रा में उपार्जन केन्द्रों पर धान खराब हुआ है। इसी तरह, विपणन संघ के बस्तर, दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, धमतरी तथा गरियाबंद में भारी मात्रा में पड़ा धान बारिश के पानी से खराब हो चुका है। धान की यह स्थिति है कि अगर इसे मिलिंग कर चावल बनाया गया, तो यह इंसान के खाने के योग्य नहीं होगा। यह चावल या तो पशु आहार या फिर शराब बनाने के काम आएगा। दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा की केंद्र तथा राज्य सरकार चावल का भंडारण करने के लिए पर्याप्त गोदामों की व्यवस्था करने में असफल रही हैं। इसलिए प्रदेश में 1038 करोड़ रुपए का धान नष्ट हुआ है। यह राष्ट्रीय क्षति है, जिसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है।