बलौदाबाजार हिंसा में निर्दोषों को फंसाने के आरोप पर हंगामा, कांग्रेस विधायक निलंबित, सदन कल तक स्थगित
मानसून सत्र का पहला दिनः कार्यमंत्रणा समिति की बैठक, अनुपूरक बजट भी पेश

छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन विपक्ष के भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। बलौदाबाजार हिंसा में कांग्रेस समेत विपक्ष के नेताओं को फंसाने तथा दोषियों को बचाने के आरोपों को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी विधायकों ने सदन के भीतर जमकर प्रदर्शन और हंगामा खड़ा कर दिया। नारेबाजी और हंगामे के बीच स्पीकर डा. रमन सिंह ने कांग्रेस के सभी विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित किया और सदन एक दिन के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले, सोमवार को विधानसभा परिसर में ही कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता डा. रमन ने की। सरकार ने विधानसभा में पहले दिन ही अनुपूरक बजट पेश कर दिया है।
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, कांग्रेस के विधायकों ने बलौदाबाजार हिंसा का मामला उठा दिया। इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्षी विधायकों में तीखी नोंकझोंक हुई। विपक्ष ने कामरोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की। बाद में सत्तापक्ष ने यह भी कहा कि बलौदाबाजार मामले की जांच न्यायिक आयोग कर रहा है। इस पर सत्तापक्ष ने तर्क दिया कि न्यायिक आयोग द्वारा की जा रही जांच स्थगन के योग्य नहीं है। हालांकि स्पीकर डा. रमन ने इस तर्क को खारिज कर दिया। भूपेश बघेल ने नियम-कानूनों का हवाला दिया, जिस पर सत्तापक्ष के विधायक शोर-शराबा करते रहे। इस दौरान सदन में हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सत्र दोपहर 3 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया। सदन की कार्रवाई जैसे ही दोबारा शुरू हुई, सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच फिर तीखी नोंकझोंक शुरू हो गई। इस दौरान कांग्रेस के विधायक अध्यक्ष की आसंदी के सामने पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर सदन के नियमों के तहत कांग्रेस के सभी विधायक निलंबित कर दिए गए। सदन की कार्रवाई अब मानसून सत्र के दूसरे दिन यानी मंगल वार को सुबह शुरू होगी।