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घोर नक्सल इलाकों में कैम्प जहां एएसपी पदस्थ हुए, डीएसपी-इंस्पेक्टर भी जाएंगे

छत्तीसगढ़ में पहली बार हुई है कैंप पोस्टिंग

छत्तीसगढ़ पुलिस की पिछले महीने जारी हुई तबादला सूचियों में सबसे चौंकाने वाली पोस्टिंग थी आधा दर्जन ए़डिशनल एसपी की कैंप में पदस्थापना। ऐसा पहली बार हुआ जब दक्षिण बस्तर के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा तथा उत्तर बस्तर में नारायणपुर के दुर्गम नक्सल इलाकों में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) और केंद्रीय सशस्त्र बल (सीआरपीएफ) के स्थापित कैंपों में छत्तीसगढ़ पुलिस का एएसपी पोस्ट किया गया। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई है। एएसपी के बाद अब उन कैंपों में डीएसपी और इंस्पेक्टर की पोस्टिंग पर भी विचार चल रहा है। इन कैंपों का एक कैडर जल्दी फाइनल किया जा सकता है।

नक्सल प्रभावित जिलों में ऐसे कई कैंप हैं, जहां थानों के साथ-साथ केंद्र और राज्य की बटालियनों के कैंप हैं। अब तक कैंप के ऐसे थानों में इंस्पेक्टर ही पोस्ट हुए हैं। जहां एसडीओपी हैं, वहां इसी पदनाम से उनकी पोस्टिंग होती है। लेकिन यह पुलिस का कैडर है, कैंप में जिले के पुलिस अफसर पोस्ट नहीं होते। लेकिन इस बार शासन ने 8 एएसपी को कैंप में पोस्ट कर पुलिस महकमे में खलबली मचा दी थी। हालांकि इनमें से 5 एएसपी को वापस मैदानी इलाकों में ले आया गया। लेकिन बाकी एएसपी अपने कैंप ज्वाइन कर चुके हैं।

कैंपों में पोस्टिंग को सजा मान रहा है महकमा

बस्तर के कैंपों में पोस्टिंग को पुलिस महकमे में बड़ी सजा के तौर पर लिया जा रहा है। यह तय हो ही गया कि अब कैंपों में एएसपी पोस्ट किए जाते रहेंगे। यही नहीं, मुख्यालय में इस बात पर भी मंथन चल रहा है कि एएसपी देने के बाद बेहतर समन्वय के लिए कैंपों में डीएसपी और इंस्पेक्टर भी भेजे जाएंगे। यह पोस्टिंग संबंधित थाने में होने वाली पोस्टिंग से अलग ही रहेगी।

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