Good Governance: अफसरों को चेयरमैन दयानंद की हिदायत… बिजली में रुकावट और बर्ताव में शिकायत पर तय होगी जिम्मेदारी
सीएम साय की पहल पर लगेंगे कुल 14151 मेगावट के सोलर-हाइडल प्लांटः दयानंद

कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस में सीएम विष्णुदेव साय ने प्रदेश के लोगों से अफसरों से अच्छे बर्ताव पर फोकस किया था, ऊर्जा सचिव तथा बिजली कंपनी के चेयरमैन आईएएस पी. दयानंद ने अफसरों को प्रदेश के 64 लाख उपभोक्ताओं से आमने-सामने या फोन पर संयमित व्यवहार की हिदायत दी है। बिजली कंपनी के मुख्यालय में बैक टू बैक बैठकों में चेयरमैन दयानंद ने कहा कि बिजली सप्लाई में जिस क्वालिटी पर सरकार का फोकस है, उसे सुनिश्चित करना है। अगर बिजली सप्लाई में लापरवाही से रुकावट आती है, तो फिर नोडल अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने अफसरों से शेयर किया कि सरकार क्वालिटी बिजली सप्लाई के साथ-साथ उत्पादन पर भी फोकस है। नवीकरणीय ऊर्जा (रिनीवेबल एनर्जी) का बड़ा प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जिसमें पूरे प्रदेश में 14151 मेगावाट क्षमता के सोलर और पंप स्टोरेज हाइडल प्लांट लगाए जाएंगे।
श्री दयानंद ने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के डंगनिया स्थित मुख्यालय सेवाभवन में आयोजित बैठक में कहा कि प्रदेश में 64 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। क्वालिटी बिजली के साथ-साथ बिना अवरोध के सप्लाई करना जरूरत बन गई है। सीएम साय चाहते हैं कि शहरी एवं ग्रामीण, दोनों इलाकों में बिना रुकावट के बिजली सप्लाई होती रहे, ताकि विकास में रुकावट नहीं आए। इसलिए बिजली सप्लाई में कुशलता जरूरी है। इसमें किसी तरह लापरवाही होने पर नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। चेयरमैन दयानंद ने मैदानी बिजली अमले को त्वरित गति से उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी दिए हैं। इस बैठक में विशेष ऊर्जा सचिव सुनील कुमार जैन, पावर कंपनी के प्रबंध निदेशक भीमसिंह कंवर (वितरण), एसके कटियार (उत्पादन) एवं आरके शुक्ला (पारेषण) भी उपस्थित थे।
सोलर-रिनीवेबल एनर्जी के कार्यों की समीक्षा
चेयरमैन दयानंद ने पीएम सूर्यघर योजना, पीएम कुसुम योजना, फ्लोटिंग सोलर जैसी योजनाओं की प्रदेशस्तरीय समीक्षा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में इस दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए थे। यह प्लान तैयार है, जिसके अनुसार प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों से वर्ष 2030 तक 14151 मेगावाट के संयंत्र लगाए जाने हैं। पॉवर कंपनी के डगनिया स्थित मुख्यालय सेवाभवन में हुई बैठक में सभी अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में चेयरमैन की ओर से एसई एम बिंबिसार ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन दिया, जिसमें प्रोजेक्ट की बारिकियों को बताया गया। यह जानकारी भी दी गई कि पीएम सूर्यघर एवं अन्य रूफटाु योजनाओं से 2415 मेगावाट, पीएम कुसुम योजना में 1316 मेगावाट, फ्लोटिंग सोलर से 600 मेगावाट, ओपन एक्सेस से 1890 मेगावाट और हाइड्रो एवं पंप स्टोरेज तकनीक से 7930 मेगावाट क्षमता के संयंत्र लगाए जाएंगे। इन योजनाओं से प्रदेश में एक लाख 19 हजार 371 रोजगार सृजन होंगे। इस दौरान ईडी वीके साय, आरए पाठक, संदीप वर्मा और एम जामुलकर भी उपस्थित थे।