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गांजे की बाढ़ रोकने सीएम साय को कह गए थे अमित शाह…हफ्तेभर में इंटरस्टेट गैंग पर छत्तीसगढ़ से ओड़िशा तक वार

जहां से लेकर आए, जहां रखा और जिसे भेजने वाले थे...हर किसी को दबोचा

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ में गांजे के बढ़ने नशे पर अपनी चिंता से अवगत करवाया था। यह भी कहा था कि गांजे की तस्करी में जो भी पकड़ा जाए, उसकी संपत्ति जब्त करने से लेकर खाते फ्रीज करने जैसे कदम उठाए जाएं। गांजा जहां से निकला और जहां जाने वाला है, ऐसे सभी लोगों को घेरकर नेटवर्क ध्वस्त किया जाए। इस पर अमल करते हुए पुलिस ने गांजे की बड़ी खेप पकड़कर छत्तीसगढ़ से ओड़िशा तक वार किया है। रायगढ़ पुलिस ने 175 किलो गांजा पकड़ा, उसके बाद तह तक जाते हुए ओड़िशा में उस गिरोह पर वार किया, जिसने गांजा सप्लाई किया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और ओड़िशा पुलिस की मदद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले में बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लोगों से अब तक दो कारें और गांजा को मिलाकर 72 लाख रुपए का माल जब्त किया गया है।

रायगढ़ पुलिस ने 28 अगस्त को कोड़ातराई के पास गांजे की खेप पकड़ी। गांजे के साथ एक महिला समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद बिलासपुर आईजी डा. संजीव शुक्ला और एसपी दिव्यांग पटेल ने स्मगलिंग की तह तक जाने की रणनीति बनाई।गिरफ्तार किए गए सक्ती के संतराम खुंटे और दीपक उर्फ नान्हू भारद्वाज समेत गिरोह से सख्ती से पूछताछ कर गांजा सप्लाई के नेटवर्क का पता लगाया। इसके बाद 5 अलग-अलग टीमों बनाकर ओड़िशा और बिलासपुर समेत कई जगह छापेमारी की गई। जहां से गांजा लाया गया था, एक टीम ने ओड़िशा के बउत जिले में छापा मारकर सप्लायर व्योमकेश खटुआ को वहीं से गिरफ्तार किया। अन्य टीमों ने बिलासपुर के पिहरीद और सक्ती के चारपारा गांव में छापे मारकर पूरे गिरोह और इसके नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया।

भागवत साहू है पूरे गिरोह का सरगना

अफसरों ने बताया कि गांजा तस्करी के इस नेटवर्क का सरगना भागवत साहू है, जो काफी वर्षों से ओड़िशा से गांजा खरीदकर यहां बिकवा रहा था। पहले वह 4-5 किलो गांजा ख़रीद कर छत्तीसगढ़ में बेचता था। बाद में बड़े सप्लायर व्योमा उर्फ व्योमकेश से उसका संपर्क हुआ। फिर वह बड़ी खेप लाने लगा। खेप एक जगह रखकर अलग-अलग प्रदेशों में 15 से 20 किलो तक सप्लाई करते थे। फिर दो-दो क्विंटल तक गांजा सप्लाई करने लगे। व्योमकेश ओड़िशा से गांजे की खेप छत्तीसगढ़ बार्डर तक पहुंचाता था। यहां से भागवत के लोग गांजे को डंप कर देते थे। भागवत इससे पहले कभी पकड़ में नहीं आया था। 28 अगस्त को रायगढ़ में 5 लोगों के पकड़े जाने के बाद सभी ने हमेशा की तरह मोबाइल बंद कर दिए थे। लेकिन पुलिस इस गिरोह की पीछे लगी और ताबड़तोड़ छापों में सभी फंस गए। आरोपियों से पुलिस ने दो कारें, कई मोबाइल, गांजा तथा कैश मिलाकर 72 लाख रुपए का माल बरामद कर लिया गया है।

सिपाही भी गिरोह से मिला हुआ था, गिरफ्तार

इस मामले की जांच में लगी पुलिस को संकेत मिले कि गिरोह को कोई छापों की सूचनाएं पहले से पहुंचा रहा है। शक था कि वह व्यक्ति पुलिस का ही है। इसकी जांच के बाद पुलिस ने सक्ती में पदस्थ सिपाही किशोर साहू को भी गिरफ्तार किया लिया है।

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