The Stambh Exclusive: अब सीएम साय की चरणपादुका योजना…तेंदूपत्ता संग्राहकों को पादुका के साथ मिल सकते हैं छाता, साड़ी और वाटरबैग भी
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की डा. रमन सरकार की चरणपादुका योजना को अब सीएम विष्णुदेव साय नए कलेवर में लाने की तैयारी कर रहे हैं। जगदलपुर में उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए चरण पादुका योजना की घोषणा कर दी है। हालांकि इस योजना का ब्योरा नहीं दिया, यह भी नहीं बताया कि योजना में तेंदूपत्ता संग्राहकों को क्या-क्या दिया जा सकता है, लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि इस बार चरणपादुका योजना में राज्य के 35 हजार से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहकों को एक-एक जोड़ी जूता और चप्पल के साथ साड़ी, छाता तथा अच्छी क्वालिटी की वाटर बाटल भी दी जा सकती है। द स्तंभ को सूत्रों ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहक पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग सौगातें भी दी जा सकती हैं। जैसे, पुरुषों को एक जोड़ी जूते के साथ पानी की अच्छी वाली बोतल (वाटर बैग), तो महिलाओं को साड़ी, छाता और चप्पल दिया जाना संभव है।
छत्तीसगढ़ में 35 हजार से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहक हैं, जो जंगल से तेंदूपत्ता जंगल में चुनने जाते हैं। यह तेंदूपत्ता देशभर में बीड़ी उद्योग की रीढ़ है। छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार चरणपादुका योजना चला रही थी। मध्यप्रदेश में 2023 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने थोड़ा फेरबदल किया और चरण पादुका योजना में संग्राहकों को ज्यादा सुविधाएं दी गईं। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने गुरुवार, 1 अगस्त को जगदलपुर में घोषणा की कि उनकी सरकार चरणपादुका योजना फिर शुरू करने जा रही है। सरकार आने वाले कुछ दिन में तय करेगी कि इस योजना के तहत तेंदूपत्ता संग्राहकों का रजिस्ट्रेशन किस तरह होगा और उन्हें इस योजना में क्या कुछ दिया जा सकेगा। अभी इस बारे में शासन तंत्र खामोश है।
फाइनल नहीं, पर सीएम साय ज्यादा दे सकते हैं
सीएम साय का विचार है कि तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगल जाने वाली महिलाओं को इस योजना में अलग सुविधाएं दी जा सकती हैं। हालांकि अभी कुछ भी फाइनल नहीं है। यह संभव है कि अधिकारी 2023 में मध्यप्रदेश में घोषित स्कीम का अध्ययन करें और उसके बाद योजना में कुछ और जोड़ा या घटाया जाए। लेकिन जिस तरह सीएम साय तेंदूपत्ता संग्राहकों के जंगल आने-जाने में होने वाली परेशानियों का जिक्र करते हैं, उस आधार पर माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की नई चरणपादुका योजना भी केवल जूते या चप्पलों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि संग्राहकों को और सुविधाएं इस योजना के तहत दी जा सकती हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती सरकार भी तेंदूपत्ता संग्राहकों का पारिश्रमिक बढ़ा चुकी है।