न चिलम होगी न गांजा पियेंगे… कुम्हारों ने ख़ुद तोड़ दी 1700 चिलम… पुलिस को गोगो और हुक्का भी रोकना होगा

रायपुर पुलिस पुरज़ोर कोशिश में लगी है कि किसी तरह राजधानी में सूखा नशा, खासकर गांजा पीने वालों को हतोत्साहित किया जाए। एसएसपी डॉ लालउमेद सिंह प्रयास कर रहे हैं कि नशेड़ियों को न तो गांजा मिले, न गांजा पीने के लिए ज़रूरी साजोसामान। इसी कड़ी में एसएसपी ने हाल में रायपुर ही नहीं बल्कि कुम्हारी इलाके के कुम्हारों को बुलाकर कहा था कि वे मिट्टी वाली चिलम बिल्कुल नहीं बनाएं, और जो बनी हुई हैं, उन्हें नष्ट कर दें। इस अपील का ऐसा असर हुआ है कि रायपुर और कुम्हारी के कुम्हारों ने 1700 से ज़्यादा चिलम तोड़ दीं। बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पुलिस ने रायपुर में चिलम के बाज़ार को ही तोड़ने का प्रयास किया है। ताज़ा सूरतेहाल ये है कि रायपुर में ज़्यादातर कुम्हारों के यहाँ चिलम बिकनी बंद हो गई हैं।
बता दें कि गंजेड़ी चिलम से गांजा पीने को प्राथमिकता देते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि चिलम नहीं है तो गंजेड़ियों ने नशा बंद कर दिया हैं। नशेड़ियों के लिए रायपुर में गोगो नाम का एक प्रोडक्ट भारी मात्रा में बिक रहा है। गोगो दरअसल ख़ाली सिगरेट जैसा है जिसमे फ़िल्टर तो होता है पर सामने के सही पेपर में तंबाकू नहीं रहती, यानी यह ख़ाली रहता है। यह सैकड़ों की तादाद में पान ठेलों में बिक रहा है और गंजेड़ी इसे ख़रीदकर, गांजा भरकर पी रहे हैं। जानकारों के मुताबिक़ गोगो पर प्रहार होगा, तब रायपुर में गंजेड़ियों को दिक्कत हो सकती है, क्योंकि उन्हें सिगरेट की तंबाकू निकालकर गोगो जैसा बनाना होगा।