The Stambh Breaking : जुनेजा का PCC को चार लाइन का जवाब… अध्यक्ष बैज पर टिप्पणी से साफ इंकार… कहा- अपने क्षेत्र में हार से भयभीत था… फैसला यहां नहीं, AICC करेगी

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनावों की हार के बाद कांग्रेस के कई विधायकों और नेताओं पर भितरघात के आरोप लगे हैं, लेकिन सबसे बड़ा मामला रायपुर उत्तर से दो बार के कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा का है, जिन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा था। जुनेजा को नोटिस इसलिए दिया गया था, क्योंकि उन्होंने मीडिया में कहा था- जब तक अध्यक्ष दीपक बैज हट नहीं जाते, मैं राजीव भवन (कांग्रेस मुख्यालय) नहीं जाउंगा। शुक्रवार को तीन दिन की टाइमलाइन पूरी होने से पहले कुलदीप जुनेजा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को स्पष्टीकरण भेज दिया है। द स्तम्भ को मिली जानकारी के मुताबिक यह सिर्फ चार लाइनों का है, जिसमें जुनेजा ने अध्यक्ष बैज पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया है। चार में एक लाइन यह भी है- मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी वार्डों में कांग्रेस की हार से व्यथित तथा भयभीत था।
कुलदीप जुनेजा ने अपना यह जवाब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू को भेजा है। गैंदू ने इस बारे में कुछ भी कहने में असमर्थता जता दी है। जुनेजा के बयान से पीसीसी चीफ दीपक बैज अब भी नाराज हैं और कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वे इसे पर्सनल ले चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि केवल चार लाइनों के इस स्पष्टीकरण ने पार्टी में नाराजगी और बढ़ा दी है। लेकिन मसला ये है कि जुनेजा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मेंबर हैं। लिहाजा, प्रदेश कांग्रेस से उनके खिलाफ किसी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं हो सकती। बताते हैं कि अध्यक्ष बैज ने प्रभारी महामंत्री गैंदू को निर्देशित किया है कि जवाब के साथ एक रिपोर्ट तैयार की जाए और इसे ऊपर भेजा जाए। यहां ऊपर का आशय प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से है, क्योंकि पूरे प्रकरण को दस्तावेजों के साथ एआईसीसी में वही ब्रीफ करेंगे। इससे ऐसा लग रहा है कि पूरा मामला कुछ दिन के लिए टल गया है। कांग्रेस में जो मामला कुछ दिन के लिए टलता है, वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक उसके अनंत काल तक टलने की परंपरा रही है। इसलिए एआईसीसी से जल्दी ही किसी कार्रवाई की उम्मीद नहीं की जा सकती। बता दें कि जुनेजा के मामले में प्रदेश कांग्रेस के लगभग सभी प्रमुख नेता खुलकर तो नहीं, लेकिन भीतर से दीपक बैज के साथ हो गए हैं। जुनेजा को जिन नेताओं का आशीर्वाद रहा है, इस मामले में वे भी बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। एक और वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर ने तो खुलकर नसीहद दे दी है कि प्रदेश अध्यक्ष पर टिप्पणी सही नहीं है। सूत्रों के अनुसार जुनेजा के स्पष्टीकरण और प्रदेश कांग्रेस की ओर से बनाई गई रिपोर्ट एक-दो दिन में प्रभारी सचिन पायलट को हैंडओवर की जाएगी। इसके बाद जो भी फैसला होगा, वह दिल्ली से आएगा।