पीएससी स्कैम में CBI का निष्कर्ष मेंस का पर्चा रायपुर से महासमुंद रिसार्ट पहुंचा… वहां दो कोचिंग टीचर्स ने उम्मीदवारों से हल करवाया… रायपुर के होटल में परीक्षा के लिए रुकवाया गया

छत्तीसगढ़ के पीएससी स्कैम में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 16 अप्रैल को रायपुर और महासमुंद में छापेमारी के बाद कई सबूत इकट्ठा किए हैं। पीएससी स्कैम में एक तरह से सीबीआई का कड़ियां मिलाने का काम अब अंतिम दौर में है। इस स्कैम में पीएससी के पूर्व चेयरमैन रिटायर्ड आईएएस टीएस सोनवानी समेत आधा दर्जन से ज्यादा लोग जेल में हैं। सीबीआई ने छापों के बाद संभवतः इस स्कैम में आरोपियों के मोडस आपरेंडी का पता कर लिया है। इस स्कैम में सीबीआई ने महासमुंद के डा. विकास चंद्राकर, रायपुर में उत्कर्ष चंद्राकर, रायपुर के कोचिंग संस्थान सक्सेस एकेडमी के संचालक धर्मेंद्र साहू, राहुल हरपाल और परितोष जायसवाल के यहां छापा मारा था। इन्हें सीबीआई इस पूरे स्कैम में मुख्य आरोपी बना सकती है। सूत्रों के मुताबिक पीएससी स्कैम में इनकी भूमिका का पता चल रहा है।
पीएससी 2021-22 के तुरंत बाद यह चर्चा होने लगी थी कि मेंस के पर्चे कुछ अभ्यर्थियों के घर पहुंचाए गए हैं और वहीं से लाकर जमा करवाए गए हैं। पीएससी के नतीजों के बाद कुछ लोगों के सलेक्शन को केंद्र में रखकर इन चर्चाओं को काफी बल मिला था। लेकिन सीबीआई जांच में ये चर्चाएं सही नहीं निकली हैं। बल्कि बात यह आई है कि कथित तौर पर विकास और उत्कर्ष ने पीएससी के कुछ अफसरों से सांठगांठ मेंस के पर्चे हासिल किए थे। तय हुआ था कि चुने गए उम्मीदवारों को महासमुंद के रिसार्ट में रखा जाएगा। पर्चे वहीं ले जाए जाएंगे और वहां कथित तौर पर कोचिंग टीचर्स इन उम्मीदवारों से पर्चे साल्व करवाएंगे तथा इसकी पूरी तैयारी करवाएंगे। उन कथित चुनिंदा अभ्यर्थियों को बताया गया कि मेंस में यही पर्चे आने वाले हैं। सीबीआई के मुताबिक ऐसा हुआ था। महासमुंद के रिसार्ट में पर्चे हल करवाने के बाद इन्हीं चुने हुए अभ्यर्थियों को फूल चौक के पास एक होटल में रखा गया। इन कथित चुनिंदा अभ्यर्थियों का सेंटर रायपुर में ही था। होटल से इन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र ले जाया गया, फिर वापस इसी होटल में लाया गया। परीक्षा के बाद होटल लाकर सभी को फ्री कर दिया गया। यह सारा इंतजाम सीबीआई जांच के अनुसार एक ही युवक ने किया। बहरहाल, सीबीआई के मुताबिक परीक्षा से पहले ही पेमेंट ले लिया गया था। परीक्षा के तुरंत बाद पेमेंट जहां पहुंचाना था, वहां पहुंचा दिया गया। इसके बाद की सारी चीजें ठीक वैसी ही हुईं, जैसा कि प्लान किया गया था। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अब इस केस का चालान तैयार करने में जुट गई है। पीएससी स्कैम किस तरह हुआ, चालान में इसका उल्लेख होगा और स्टोरी यही निकल रही है।