साइंस कालेज से लगी चौपाटी आज से बंद… पास में पुल के नीचे जाएगी… खाली चौपाटी का उपयोग यूथ एक्टिविटी में

साइंस कालेज की दीवार से लगकर मेन रेड के किनारे तकरीबन 3 साल पहले शुरू की गई चौपाटी मंगलवार, 3 दिसंबर से बंद हो गई। हालांकि मंगलवार को 56 में से अधिकांश दुकानों के दरवाजे नहीं खुले। कुछ चलीं लेकिन संभवतः कल से नहीं खुलेंगी। यह चौपाटी शुरुआत से ही विवादों में आ गई थी, क्योंकि एक वर्ग ने इसका यह कहकर शुरू से विरोध किया कि एक संगठित ग्रुप इसका कथित तौर पर आर्थिक लाभ ले रहा है। यह बात सामने आई कि सभी 56 गुमटियों के लिए किसी को नगर निगम की ओर से लीज नहीं दी गई थी। चूंकि अधिकांश किराएदार हैं, इसलिए यह सवाल भी उठाया जाता रहा कि इनका व्यवस्थापन क्यों होना चाहिए। इस चौपाटी से विस्थापित हुए ज्यादातर कारोबारी रोज कमान-खाने वाले हैं, इसलिए कारोबार बंद होने से उनके परिवार पर ही संकट आ गया है। यही वजह है कि नगर निगम ने रायपुर पश्चिम के विधायक तथा पूर्व मंत्री राजेश मूणत की सहमति से यहां से वाकिंग डिस्टेंस पर आमानाका ओवरब्रिज के नीचे नई चौपाटी का काम लगभग पूरा कर लिया है। साइंस कालेज चौपाटी से जो भी दुकानदार हटेंगे, उन्हें वहां व्यवस्थापन देने की तैयारी है।
युवा गतिविधियों के लिए किया जाएगा उपयोग
साइंस कालेज की जो चौपाटी खाली की जा रही है, उसका इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक-ठाक और सुंदर है। इसके पीछे एस्ट्रोटर्फ वाला स्टेडियम है, दो दूसरी ओर दीनदयाल आडिटोरियम भी है। दोनों ही सुंदर भवन हैं। चौपाटी के सामने टाटीबंध से राजधानी आने वाले मेन रोड है। इस सड़क प एनआईटी और नालंदा परिसर हैं, जो चौपाटी से वाकिंग डिस्टेंस पर हैं। पीछे रविशंकर विवि परिसर भी है। इसलिए प्रशासन इस खाली जगह का इस्तेमाल यूथ एक्टिविटीज के लिए करना चाहता है। इसका प्लान तैयार किया जा रहा है।