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सुशील आनंद ने अब तोड़ी चुप्पी, राधिका पर लगाए झूठ-साजिश के आरोप, नार्को टेस्ट की चुनौती

राधिका ने लगाया था शराब आफर करने का आरोप, इससे कांग्रेसी भी बिफरे

राधिका खेड़ा के छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग तथा पार्टी के नेताओं पर हमले एक हफ्ते बाद भी थमे नहीं। राधिका ने सोमवार को आरोप लगाया गया कि उन्हें शराब आफर की गई थी और कमरे में भी बंद कर दिया गया था। राधिका के इस आरोप पर अधिकांश कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी का इजहार करना शुरू कर दिया कि पार्टी से इस्तीफे के बाद इस तरह के आरोप सर्वथा अनुचित हैं। वे भाजपा में जाना चाहती हैं तो जरूर जाएं लेकिन ऐसे आरोप नहीं लगाएं, क्योंकि अगर वह जांच चाहती थीं तो उन्हें रुकना था। इस मामले में पिछले एक हफ्ते से खामोश सुशील आनंद शुक्ला ने भी राधिका के बयान के बाद चुप्पी तोड़ दी और राधिका के खिलाफ गंभीर सवाल खड़े कर दिए। अपने खिलाफ लगातार बयानों से आहत  सुशील आनंद ने कहा कि राधिका झूठ बोल रही हैं, इसलिए पार्टी छोड़कर भाग निकलीं कि कहीं जांच में सच सामने न आ जाए। उन्होंने चुनौती दी कि राधिका एफआईआर करवाएं, मेरा और उनका नार्को टेस्ट करवा लिया जाए, सारा सच सामने आ जाएगा।

राधिका खेड़ा ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस लेकर आरोप लगाया कि राजीव भवन में वे अपने कक्ष में बैठी थीं, तब सुशील आनंद शुक्ला अपने साथियों नितिन भंसाली और सुरेंद्र वर्मा के साथ पहुंचे। मेरे कक्ष का दरवाजा बंद किया गया, तब मैंने अपना मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरू किया और चिल्लाते हुए बाहर निकली। राधिका ने आरोप लगाया कि कुछ माह पहले मैं कोरबा में होटल में रुकी थी, तब मुझसे कमरा नंबर पूछा गया और शराब आफर की गई। प्रेस कांफ्रेंस में राधिका ने राहुल गांधी, प्रियंका गाधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, भूपेश बघेल से लेकर विनोद वर्मा तक का नाम लिया और कहा कि मैंने सबको बताया, किसी ने कुछ नहीं किया इसलिए पार्टी छोड़नी पड़ी।

मेरे खानदान में कोई असंस्कारी नहीं, ऐसे लांछनों से बुरी तरह आहत हूंः सुशील आनंद 

इस मामले में हफ्तेभर तक चुप्पी साधे रहे सुशील आनंद सोमवार को राधिका के आरोप के बाद फूट पड़े और चुनौती दी कि दोनों का नार्को टेस्ट हो जाए। यह स्पष्ट हो जाएगा कि झूठ कौन बोल रहा है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि राधिका महीनों से रायपुर में फाइव स्टार होटल में रुकी थीं और मुझपर पार्टी की ओर से आर्थिक सहयोग का दबाव डाला जाता था। मैं प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग का अध्यक्ष हूं। राधिका समन्वयक थीं और रायपुर में मीडिया से जुड़े कार्यक्रम तय कर लेती थीं। मैंने कहा कि केवल मुझे सूचित कर दिया जाए, तो वह धमकाती थीं कि पार्टी से निकलवा देंगी, करियर खत्म करवा देंगी। आपत्ति करने राधिका खुली चेतावनी इस तरह देने लगी थीं कि एक दिन मैंने उनसे कह दिया था कि या तो संचार विभाग को ठीक से चलाने दीजिए, या इस्तीफा मांग लीजिए। सुशील ने कहा कि मेरी खामोशी मेरे पार्टीगत अनुशासन और शालीनता का प्रमाण है, लेकिन मैं कमजोर नहीं हूं। सुशील आनंद ने कहा कि राधिका खेड़ा यहां कुछ न कुछ करेंगी, इसकी भूमिका दिल्ली में तभी तैयार हो गई थी, जब दिल्ली में अरविंदर लवली ने पार्टी छोड़ी थी। राधिका उन्हीं की समर्थक हैं और आश्चर्य नहीं होगा कि राधिका जल्दी भाजपा ज्वाइन कर लें। सुशील आनंद ने यह भी बताया कि उन्होंने राधिका को मानहानि का नोटिस भेज दिया है।

 

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