इलेक्ट्रिक चाक देख सीएम साय खुद को रोक नहीं पाए… चलाना शुरू किया, मिनटों में बना दी मिट्टी की सुंदर कटोरी

स्थानीय कला तथा परंपरागत हस्तशिल्प में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय की रुचि एक बार फिर बुधवार को खादी-ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में नजर आई। कुछ दिन पहले रायगढ़ में उन्होंने अपने पुरानी साथी के हाथ से मांदर लेकर काफी देर तक बजाई थी। आज प्रदर्शनी में उन्होंने 5 लोगों को इलेक्ट्रानिक चाक दिया और एक चाक के सामने खुद बैठ गए। मिट्टी रखी और चाक को घुमाने लगे तथा कुछ मिनट में उन्होंने मिट्टी की एक कटोरी बना दी। इसे धागे से सफाई से काटकर अलग भी किया। इसके बाद उन्होंने बुनकरों से हाथ से बनी हुई गोदना पेंटिंग की साड़ी भी खरीदी।
सीएम साय गांधी जयंती के मौके पर पं. दीनदयाल आडिटोरियम में खादी और ग्रामोद्योग विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे। इस दौरान वे स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े का समापन सहित कई गतिविधियों में शामिल हुए। रायपुर प्रशासन रायपुर के मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के लिए अभियान का शुभारंभ किया। फिर साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित होने वाली सैन्य प्रदर्शनी में शामिल सैन्य वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम साय प्रदर्शनी में खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड, छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड और रेशम विभाग के स्टाल को देखते रहे, कलाकारों से बात भी करते रहे। फिर बिलाईगढ़ के संत बिसाहूदास महंत राज्य पुरस्कार से सम्मानित देवानंद देवांगन द्वारा तैयार गोदना पेंटिंग आर्ट वाली कोसे की साड़ी भी खरीदी। यहीं सीएम साय ने इलेक्ट्रिक चॉक पर हाथ आजमाया और मिट्टी की कटोरी बनाई। उन्होंने 5 माटी शिल्पकारों को इलेक्ट्रिक चॉक भेंट किए। इस प्रदर्शनी में शहतूत रेशम बाड़ी योजना के तहत री-रीलिंग मशीन, नैसर्गिक कोसा प्रगुणन कैंप, बुनियाद रिलिंग मशीन का प्रदर्शन किया गया।
एआई तकनीक से करवाई टीबी की जांच
सीएम साय ने यहां एआई तकनीक से टीबी की जांच कराई और 2 मिनट में ही उनकी जांच रिपोर्ट आ गई, जो सामान्य थी। उन्होंने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा अधिक से अधिक लोगों टीबी की जांच की जाए, ताकि प्रभावी रोकथाम हो सके।