न्यूज रील…IAS रानू का भाई हिरासत मेंः केवी में मिला शव लालपुर की महिला काः माओवादियों का प्रस्ताव
कोल स्कैम में आईएएस रानू साहू और पूर्व उपसचिव सौम्या चौरसिया को रिमांड पर लेने के बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्लू) ने शुक्रवार को राजिम के पास पांडुका से रानू के भाई पीयूष को भी हिरासत में ले लिया है। ईओडब्लू ने पीयूष को बयान के लिए समन किया था, लेकिन वह नहीं आ रहा था। इसलिए ईओडब्लू की टीम गुरुवार से पांडुका के आसपास थी और मौका पाते ही पीयूष को हिरासत में लिया गया। यह स्पष्ट नहीं है कि कोल स्कैम से पीयूष का क्या संबंध है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक रानू की भूमिका को लेकर ईओडब्लू को कुछ नई जानकारियां मिली हैं, जिनसे पीयूष कनेक्टेड बताया गया है। गौरतलब है, इससे पहले ईडी भी रानू को पांडुका स्थित मायके पर छापेमारी कर चुकी है, जहां टीम का काफी विरोध हुआ था।
लालपुर की महिला की हत्या कर जलाया गया शव
कौशल्या माता कमल विहार (केवी) के सेक्टर-4 के सूने इलाके में मोटे पाइप के भीतर गुरुवार को मिले महिला की शव की पहचान हो गई है। लगभग 40 साल की महिला लालपुर की रहनेवाली है। वह चार दिन से गुमशुदा थी और परिजन ने टिकरापारा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। महिला की पहचान मंगलसूत्र से उसके बेटे ने की। शव जिस अवस्था में मिला था, उस आधार पर पुलिस का अनुमान है कि महिला के साथ कुछ गलत किया गया, फिर उसकी हत्या कर पहचान छिपाने के लिए किसी केमिकल से चेहरा जलाने की कोशिश की गई थी। पुलिस को हत्या में महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं और हत्या का खुलासा आज-कल में होने के आसार हैं।
आरटीई में निजी स्कूलों को 134 करोड़ रु भुगतान
निजी स्कूलों को शिक्षा का अधिकार (आरटीई) में कमजोर वर्ग के बच्चों को एडमिशन देने में अब उतनी दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि शासन ने इन बच्चों की फीस के एवज में बकाया रकम में से 134 करोड़ 30 लाख रुपए से ज्यादा का भुगतान इन स्कूलों के लिए जारगी कर दिया है। निजी स्कूलों को दी जाने वाली यह राशि सालभर से रुकी थी, इसलिए आरटीई से दाखिले को लेकर कुछ स्कूलों की ओर से विरोध शुरू हो गया था। लोक शिक्षण संचालनालय ने साफ किया कि अब स्कूलों को पिछले वर्ष के बकाया के तौर पर केवल 70 करोड़ रुपए का भुगतान ही बाकी है।
माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के सदस्य का पत्र
मुठभेड़ में लगातार मारे जा रहे माओवादियों की सेंट्रल कमेटी की ओर से सरकार के पास बातचीत के लिए पत्र आया है। सेंट्रल कमेटी के एक सदस्य की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि खूनखराब रोकने के लिए बातचीत को तैयार हैं। दरअसल सरकार की तरफ से माओवादियों को साफ संदेश दिया जा चुका है कि या तो वे सरेंडर करके मुख्यधारा में शामिल हों, या फिर मुठभेड़ों के लिए तैयार रहें। पिछले एक माह में बड़ी संख्या में मुठभेड़ें और मारे जाने के बाद माओवादी दबाव में आ गए हैं। माओवादियों की ओर से आए इस पत्र की किसी ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि दबाव की वजह से ही यह पेशकश हुई है।
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