माओवाद पीड़ित पहुंचे मुख्यमंत्री निवास… सीएम साय को देर हुई तो पत्नी कौशल्या साय ने की मेहमाननवाजी… गिफ्ट भी दिए
बस्तर के माओवादी हिंसा से पीड़ित 55 लोग, जिनमें महिलाओं और बच्चे समेत सभी आयुवर्ग के हैं, तकरीबन एक हफ्ते के दिल्ली प्रवास के बाद गुरुवार को रायपुर लौटे और सीएम से मिलने के लिए उनके निवास पर गए। सीएम विष्णुदेव साय को ओड़िशा में मौसम खराब होने की वजह से देर हुई और वे तब तक अपने निवास पर नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे में माओवाद पीड़ितों की मेहमाननवाजी सीएम साय की पत्नी कौशल्या साय ने की। उन्हें भोजन कराया, दुख बांटा और उनकी पीड़ा सुनी। उन्होंने माओवाद पीड़ितों से कहा कि आप सभी के हौसले की वजह से बस्तर में शांति स्थापित हो रही है।
कौशल्या साय ने नक्सल पीड़ितों को सीएम साय का संदेश सुनाया और कहा कि आप सभी बस्तर के नागरिकों का साहस प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि सीएम साय दौरे की वजह से नहीं आ पाए, इसलिए मैं सीएम हाउस में आपका स्वागत करती हूं। उन्होंने सभी अतिथियों को उपहार स्वरूप एक बैग और ट्रैक सूट जैसे गिफ्ट भी दिए। कौशल्या साय ने पूछा कि आपकी दिल्ली यात्रा कैसी रही, तो सभी ने एक स्वर में कहा कि बहुत अच्छी यात्रा थी। कई ने पहली बार हवाई जहाज में यात्रा का अनुभव भी साझा किया। इस दौरान सीएम हाउस में मौजूद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि सीएम साय के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयास से बस्तर में विकास कार्यों को गति मिली है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दृढ़ संकल्प का उल्लेख करते हुए कहा कि बस्तर से नक्सलवाद का समूल नाश करना है। बता दें कि माओवादी हिंसा से पीड़ित ये लोग हाल में दिल्ली के जंतर मंतर और जेएनयू में आंदोलन करने के साथ-साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले थे तथा नक्सलियों के कृत्यों से हुई पीड़ा को साझा किया था।