भिलाई में प्रोफेसर हमले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार… केस में पूर्व सीएम भूपेश के बेटे चैतन्य को फिलहाल क्लीनचिट ?
भिलाई में 6 माह पहले,19 जुलाई को प्रोफेसर विनोद शर्मा पर किए गए जानलेवा हमले में मुख्य आरोपी प्रोबीर शर्मा और उसकी डाक्टर पत्नी को दुर्ग पुलिस ने आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा से गिरफ्तार कर लिया और दोनों को लेकर दुर्ग आ गई है। उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है, जहां पुलिस पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने का आवेदन लगा रही है। इसी मामले में करीब दो माह पहले पुलिस ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से करीब 4 घंटे पूछताछ की थी और उनका मोबाइल जब्त कर लिया था। पुलिस को आशंका थी कि प्रोबीर तथा उससे पहले गिरफ्तार पांच और आरोपियों में से कुछ से चैतन्य की दोस्ती है, इसलिए उन्हें फरार होने में मदद दी गई है। हालांकि अब मुख्य आरोपी की गिरफ्तार और बाकी लोगों से की गई पूछताछ के आधार पर यह संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में चैतन्य की कोई भूमिका नजर नहीं आई है, इसलिए उन्हें फिलहाल क्लीनचिट दी जा रही है। यह भी बताया गया है कि दुर्ग के दबंग एसपी आईपीएस जितेंद्र शुक्ला इस मामले में आज रात तक कुछ खुलासा कर सकते हैं।
प्रोफेसर शर्मा पर कुछ युवकों ने दो बाइक से आकर हमला किया था और बेदम पिटाई गई थी। प्रोफेसर को गंभीर स्थिति में रायपुर लाकर एम्स में भर्ती किया गया था, जहां काफी दिन तक इलाज चला। वीडियो फुटेज में पुलिस ने हमलावर बाइक सवारों में से एक-दो की पहचान कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने एक-एक कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था और प्रोबीर शर्मा फरार हो गया था। प्रोबीर की फरारी के दौरान कुछ तथ्य सामने आए थे और यह बात भी आई थी कि इनमें से एक-दो लोग पूर्व सीएम भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल के मिलने-जुलने वाले हैं। प्रोबीर की फरारी के बाद यह बात भी पुलिस के संज्ञान में आई थी कि उसका चैतन्य से अच्छा मिलना-जुलना है। इसके बाद पुलिस ने बेहद सावधानी बरतते हुए चैतन्य को पूछताछ के लिए थाने बुलवा लिया था। बंद कमरे में एसपी शुक्ला समेत अफसरों ने चैतन्य से पूछताछ की थी। यह पूछताछ मूलतः 20 सवालों पर केंद्रित थी, जिसमें अधिकांश सवाल इसी बात से इर्द-गिर्द थे कि प्रोबीर के उनसे क्या संबंध हैं। पुलिस ने चैतन्य का मोबाइल फोन भी जब्त किया था। इस बारे में चैतन्य ने मीडिया से बातचीत में यही कहा था कि उन्हें जो जानकारी है, वह पुलिस को दे दी गई हैं। इसके बाद पुलिस ने प्रोबीर पर 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया था। काकीनाड़ा से प्रोबीर के साथ-साथ उसकी पत्नी को फरारी में मदद करने के आरोप में पकड़ा गया है। दोनों को दुर्ग पुलिस आज ही लेकर आ गई है और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जा रहा है। इस मामले में सबकी निगाहें एसपी जितेंद्र शुक्ला की ओर हैं। हालांकि जो संकेत मिल रहे हैं, उनसे पता चल रहा है कि इस मामले में चैतन्य की कोई भूमिका नजर नहीं आई है। इसलिए पुलिस उन्हें क्लीनचिट दे सकती है। द स्तंम्भ ने इस केस को लेकर एसपी जितेंद्र शुक्ला से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई है।