कोरबा में चिटफंड घोटाला… पीड़ित महिलाओं के घेराव में मरीज के साथ फंसी एंबुलेंस… ड्राइवर की शिकायत पर एफआईआर

कोरबा चिटफंड फ्राड की पीड़ित महिलाओं ने जिस समय मंत्रियों की कारें का घेराव किया था, उसी समय इस घेराव में एक एंबुलेंस भी फंस गई थी। एंबुलेंस करीब दो घंटे रुकी रही, जिससे मरीज खतरे में आ गए। एंबुलेंस के ड्राइवर के रिपोर्ट पर कोरबा पुलिस ने आंदोलनकारी महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि इसी घेराव में सीनियर मंत्री रामविचार नेताम और मंत्री लखनलाल देवांगन भी दो घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहे। इसी दौरान मंत्री देवांगन के एक वीडियो वायरल हुआ था, जिससे राजनैतिक विवाद छिड़ा हुआ है।
कोरबा की महिलाएं एक चिटफंड कंपनी फ्लोरा मैक्स पर 500 करोड़ की ठगी का आरोप लगाते हुए पिछले पांच दिन से प्रदर्शन कर रही हैं और यह काफी उग्र प्रदर्शन है। इन्हीं आंदोलनकारियों ने एक कार्यक्रम में कोरबा पहुंचे सीनियर मंत्री रामविचार नेताम और मंत्री लखनलाल देवांगन की कारों को दो घंटे तक घेरे रखा था। इसी घेराव के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मंत्रियों ने महिलाओं को कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इसके बाद यह बात आई कि उस प्रदर्शन में एक एंबुलेंस फंस गई थी और दो घंटे से ज्यादा समय तक नहीं निकल पाई। इस एंबुलेंस में मरीज था, इसलिए ड्राइवर ने कोरबा पुलिस के समक्ष शिकायत की कि मरीज खतरे में आ गए थे। इस लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने आंदोलनकारी महिलाओं के खिलाफ एंबुलेंस फंसने और मरीज की जान खतरे में आने का केस दर्ज कर किया है। अफसरों ने बताया कि वीडियो से आरोपी महिलाओं की पहचान की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार भी किया जाएगा।