Good News: सूरजपुर से 30 किमी दूर पहाड़ों से घिरा अंजाना सा झरना…50 फीट से गिरता है पानी…और भी बहुत कुछ
सावन इस बार छत्तीसगढ़ पर मेहरबान है, इसलिए जंगल-पहाड़ों में कल-कल करते झरने अलग ही झटा बिखेर रहे हैं। वीकएंड पर राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के ज्यादातर लोग प्राकृतिक पर्यटक स्थलों में समय गुजारने में ज्यादा रुचि लेते हैं। आसपास के नदी-झरनों की जानकारी तो रहती है, लेकिन ऐसे दृश्य समूचे छत्तीसगढ़ में बिखरे पडे़ हैं। हम बात कर रहे हैं सूरजपुर से महज 30 किमी दूर कुमेली जल प्रपात की। अभी इसकी चिंघाड़ दो-तीन किमी दूर से सुनाई दे रही है। सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर छत्तीसढ़ का पर्यटन विभाग यहां कुछ सुविधाएं भी डेवलप करने में लगा है। यह खूबसूरत जलप्रपात घने जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां 50 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है। ऊपर और नीचे, दोनों जगह से इसे देखने के बेहद सुरक्षित इंतजाम हैं। यहां जाने के लिए आपको सूरजपुर से केतका रोड और फिर राजापुर रोड पकड़ने होगी। यह रास्ता बिना किसी रुकावट के सीधे झरने के करीब पहुंचा देगा। कुमेली जलप्रपात से अभी 50 फीट ऊंचाई से झरना गिर रहा है। बारिश के कारण पानी ज्यादा होने से यह जलप्रपात बेहद खूबसूरत नजर आ रहा है।
कुमेली जा रहे हैं, तो वहां खूबसूरत झील भी
कुमेली झरना देखने जा रहे हों तो सूरजपुर में ही पहाड़गांव झील भी देख सकते हैं, जो बेहद सुंदर है। यह झील सूरजपुर जनपद में ही है। अंबिकापुर रोड पर सिलफिली के करीब खोखनिया बांध बनने से पहाड़ों के बीच यह झील फूटी है। आसपास पहाड़ जंगल के बीच इस झील के शांत और मनोरम माहौल के सभी कायल हो जाते हैं। यहां काफी लोग आने-जाने लगे हैं, इसलिए प्रशासन ने एप्रोच रोड अच्छी बना दी है। पर्यटकों की सुरक्षा, खाद्य पदार्थों और पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। हट और बैगोडा बन रहे हैं। झील में बोटिंग का प्रोजेक्ट भी प्लान हो रहा है। यहां सोलर लाइटें लगी हैं, टायलेट को भी अच्छा स्वरूप दिया जा रहा है।