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छत्तीसगढ़ में पहली बार ईवीएम मेमोरी चिप की जांच…क्या कांकेर में हो सकता है खेला

चुनाव आयोग छत्तीसगढ़ की कांकेर लोकसभा सीट की 4 ईवीएम मशीनों की मेमोरी चिप की जांच जल्दी करवाने जा रहा है। कांग्रेस के बिरेश ठाकुर ने जांच की अर्जी दी थी, जिसे आयोग ने मंजूर कर लिया था। अगर आप यह समझ रहे हैं कि मशीन के एक-एक फंक्शन की जांच होगी, तो ऐसा नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक इन मशीनों की केवल मेमोरी चिप जांची जाएगी, ताकि पता चला कि वह ठीक से काम कर रही हैं या नहीं। छत्तीसगढ़ में ऐसी जांच पहली बार हो रही है। जांच छत्तीसगढ़ निर्वाचन पदाधिकारी दफ्तर की निगरानी में हैदराबाद से आने वाले विशेषज्ञ करेंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग से इस आशय का आदेश राज्य निर्वाचन दफ्तर को आएगा, जो अभी आया नहीं है। इस जांच पर बड़े वर्ग की नजर जीत-हार की वजह से नहीं बल्कि इस कारण से है कि मेमोरी चिप और एक्चुअल डेटा में एक-दो वोट का अंतर भी निकला, तो ईवीएम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं।

कांकेर से भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग कांग्रेस उम्मीदवार बिरेश ठाकुर से 1974 वोटों से जीते हैं। चार बूथ की इन चार मशीनों में भाजपा प्रत्याशी की लीड 780 वोटों की ही है। हार-जीत का जितना अंतर है, उस आधार पर कई तरह के कयास लग रहे हैं। एक वर्ग का दावा है कि नतीजों में कोई अंतर नहीं आएगा, तो दूसरे वर्ग को उम्मीद है कि अगर एक-दो वोटों का हेरफेर भी हुआ तो यह साबित हो जाएगा कि ईवीएम में सब कुछ सही नहीं है। आपको यह भी बता दें कि ईवीएम मशीनों की मेमोरी चिप चेक करने की अर्जी की प्रक्रिया लंबी और खर्चीली है। जानकारों ने बताया कि एक मशीन की मेमोरी चिप की जांच के लिए जो अर्जी दी जाती है, उसका शुल्क लगभग 47 हजार रुपए (40 हजार रुपए फीस और 18 परसेंट जीएसटी) है, यानी चार मशीनों की चेकिंग का शुल्क लगभग 1.88 लाख रुपए अदा किया गया है। कांग्रेस प्रत्याशी ने उन्हीं चार मशीनों की जांच की अर्जी लगाई है, जिनसे उन्हें उम्मीद है कि कुछ न कुछ नतीजे भी निकल सकते हैं। सारी मशीनें अभी जिला प्रशासन के कब्जे में हैं और यह स्पष्ट किया गया है कि हैदराबाद से आने वाले ईवीएम एक्सपर्ट यहां से कांकेर जाकर वहां सभी संबंधित लोगों के सामने ही इन मशीनों की मेमोरी चिप रिमूव करेंगे और फिर उसकी जांच करेंगे। यह जांच हफ्तेभर में होने की संभावना है।

11 संसदीय क्षेत्रों की मशीनों की जांच की जाएगी

ईवीएम मशीनों की मेमोरी चिप की जांच के लिए चुनाव आयोग ने 11 लोकसभा क्षेत्र के आवेदन मंजूर किए हैं, जिनमें एक सीट कांकेर है। कांकेर के चार बूथ दरगहन, रानीतराई-सी, साल्हेटोला और रेवती नवागांव की ईवीएम मशीनों की जांच होनी हैं। इन बूथ में भाजपा को 1844 और कांग्रेस के 1064 वोट मिले हैं, यानी भाजपा की 780 वोटों की लीड है। दरगहन में भाजपा प्रत्याशी और 778 और कांग्रेस को केवल 164 वोट ही मिले हैं।

 

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